लिट्टे प्रमुख प्रभाकरण के नाम पर करोड़ों वसूल रहे माफिया

-भतीजा बोला- प्रभाकरण जिंदा नहीं, उनके नाम पर न दें पैसे

नई दिल्ली। राजीव गांधी की हत्या के मास्टरमाइंड वेलुपिल्लई प्रभाकरण के परिवार ने आरोप लगाया है कि कुछ लोग लिट्टे के नेता के जिंदा होने के दावा करके तमिलों से करोड़ों रुपए वसूल रहे हैं। प्रभाकरण के बड़े भाई मनोहरण के बेटे कार्तिक मनोहरण ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि एक माफिया गैंग प्रभाकरण के नाम को ब्रांड की तरह इस्तेमाल कर रहा है। 1983 में श्रीलंका छोड़ने के बाद से मनोहरण का परिवार सुर्खियों से दूर रहा है। पिछले साल 27 नवंबर को स्विट्जरलैंड में प्रवासी भारतीयों ने प्रभाकरण की बेटी द्वारका प्रभाकरण की एआई से बनाई गई वीडियो स्पीच जारी की थी। इसके बाद मनोहरण के परिवार ने अपील की थी कि उनके परिवार से जुड़े झूठे वीडियोज साझा न किए जाएं। श्रीलंका में तमिलों के खिलाफ जंग की शुरुआत होते ही 1983 में प्रभाकरण के भाई अपने परिवार और माता-पिता को लेकर वापस लौट आए थे। इस लड़ाई में तमिलों का नेतृत्व लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम यानी एलटीटीई के लड़ाके कर रहे थे। धीरे-धीरे श्रीलंकाई सेना और एलटीटीई के बीच की ये जंग भारतीय सेना और एलटीटीई के बीच की जंग में बदल गई। सैकड़ों भारतीय जवान शहीद हुए और सैकड़ों घायल हो गए। इसके बाद बोफोर्स घोटाले में फंसी कांग्रेस सरकार साल 1989 का चुनाव हार गई।

0000

प्रातिक्रिया दे