10 हजार लेते पकड़े गए आरोपी
मारपीट के प्रकरण में धारा 307 जोड़ने के लिए मांगे थे 30 हजार
अंबिकापुर/महंगई। एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने रामानुजनगर थाने में कार्रवाई करते हुए एक एएसआई को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। एसीबी की टीम ने एएसआई और उसके सहयोगी को थाने के अंदर से गिरफ्तार किया है। आरोपी पुलिसकर्मी मारपीट के मामले में धारा 307 जोड़ने के एवज में 30 हजार रुपए मांग रहा था। सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना अंतर्गत ग्राम सूरता में लगभग 20 दिन पूर्व दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। इस दौरान एक पक्ष ने ग्राम सूरता निवासी शिवमंगल सिंह के भाई के सिर पर टांगी से हमला कर दिया था। इस घटना में गंभीर रूप से घायल युवक का उपचार अस्पताल में चल रहा है। इस मामले में रामानुजनगर थाने में धारा 294, 506, 323, 34 के तहत अपराध दर्ज किया गया था। इस मामले की विवेचना रामानुजनगर थाने में पदस्थ सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह द्वारा की जा रही थी। जांच के दौरान शिवमंगल सिंह द्वारा सिर में आई गंभीर चोट के आधार पर प्रकरण में धारा 307 जोड़ने की मांग की थी। आरोप है कि प्रकरण में 307 धारा जोड़ने के एवज में सहायक उप निरीक्षक माधव सिंह ने शिवमंगल सिंह से 30 हजार रुपए की मांग की थी लेकिन प्रार्थी एएसआई को रिश्वत नहीं देना चाहता था। इसलिए उसने इस मामले की शिकायत अंबिकापुर स्थित एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में की।
जांच के बाद की गई कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद डीएसपी प्रमोद खेस के नेतृत्व में एसीबी की टीम ने शिकायत की जांच कराई। जांच के दौरान एएसआई और ग्रामीण शिवमंगल सिंह के बीच दस हजार रुपए में सौदा तय हुआ। 10 हजार लेकर प्रकरण में धारा 307 जोड़ने के लिए एएसआई द्वारा राजी होने के बाद आज एसीबी द्वारा ट्रैप कार्रवाई की गई।
एसीबी टीम ने 10 हजार लेकर भेजा
एसीबी की टीम ने 10 हजार रुपए लेकर शिवमंगल सिंह को थाने में एएसआई माधव सिंह के पास भेजा। जब शिवमंगल सिंह ने 10 हजार रुपए नकद निकाला तो एएसआई माधव सिंह ने थाने में मौजूद अपने सहयोगी आम नागरिक मोहमुद्दीन के माध्यम से दस हजार रुपए की रिश्वत ली। इसी बीच थाने में मौजूद एसीबी की टीम ने रिश्वत लेते हुए एएसआई माधव सिंह व सहयोगी मोहमुद्दीन को रंगे हाथों पकड़ लिया। एसीबी ने दोनों आरोपियों को धारा 7 पीसीएक्ट 1988 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
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