नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को ग्रेस मार्क्स पर बैकफुट पर आई नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की समस्याएं समाप्त होने का नाम नहीं ले रहीं हैं। इस मामले में पटना में जले हुए पेपर और गोधरा में दो करोड़ 30 लाख से ज्यादा के चेक बरामद किए गए हैं। वहीं मुख्य आरोपी आयुष ने कबूल किया कि परीक्षा के दौरान सभी प्रश्न हू-ब-हू मिले थे। उसके साथ 20-25 अन्य परीक्षार्थी भी मौजूद थे, जिन्हें प्रश्न पत्र उत्तर सहित दिया गया था और रटाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए नोटिस जारी करते हुए अगली सुनवाई 8 जुलाई को निर्धारित की है।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने प्रेस कांफ्रेस कर नीट-यूजी में पेपर लीक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है। एनटीए में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं, यह एक बहुत ही विश्वसनीय संस्था है। शिक्षा मंत्री ने एनटीए को साफ तौर पर क्लीन चिट दे दी है। पुलिस जांच कुछ और ही बयां कर रही है. नीट पेपर धांधली मामले में गोधरा पुलिस ने एक टीचर समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
ज्ञात हो कि इससे पहले नीट पेपर लीक मामले में बिहार के पटना और नालंदा से पुलिस ने गिरफ्तारियां हुई थीं। 5 मई को हुई नीट परीक्षा में बिहार पुलिस ने पेपर लीक मामले में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था, इसके बाद जांच हुई और उसमें सामने आया कि 5 मई की परीक्षा से पहले लगभग 35 उम्मीदवारों को नीट -यूजी के प्रश्नपत्र और उत्तर उपलब्ध कराए गए थे। इनमें से कुछ प्रश्नपत्र जले हुए मिले हैं, लेकिन अभी तक इस मामले में सख्त एक्शन नहीं लिया गया और ना ही एनटीए की तरफ से कोई जवाब सामने आया है इस बात को पुलिस ने संज्ञान में लेकर मामले की जांच शुरू की है। इन छात्रों ने नीट क्लियर करने और गोधरा में एक ख़ास सेंटर में अपना सेंटर चुनने के लिए 10 लाख की रिश्वत दी।
गोधरा में ऐसे हुई नकल, अधिकारी के पास मिले नंबर
परीक्षा के दिन गुजरात के पंचमहल के जिला कलेक्टर को एक एग्जाम सेंटर पर गड़बड़ी की जानकारी मिली. एग्जाम सेंटर निगरानी रखने वाले असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट तुषार भट्ट के मोबाइल फोन से 30 परीक्षार्थियों के नाम और उनके मोबाइल नंबर मिले। इन 30 परीक्षार्थियों ने तुषार भट्ट से संपर्क किया था, जिन्हें नीट पेपर शुरू होने से पहले कहा गया था कि जितना आता है उतना ही अटेंप्ट करें, बाकी शीट खाली छोड़ दें। कहा जा रहा है कि ओएमआर शीट में बाकी आंसर तुषार भरने वाला था।
बिहार में जले हुए पेपर मिले
बिहार पुलिस का कहना है कि जो पेपर बिहार पुलिस ने बरामद किए हैं, अभी तक ये ही साफ नहीं हो पाया है कि क्या वो लीक पेपर था या नहीं, क्योंकि इसको लेकर एनटीए ने कोई जवाब नहीं दिया है। जांच में सामने आया था कि पेपर बिहार में मध्य प्रदेश और गुजरात से आया था। सूत्रों की मानें तो पेपर ट्रांसपोर्टेशन के दौरान लीक हुआ है। पेपर लीक में 13 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
गोधरा में तीन मुख्य आरोपी समेत 5 गिरफ्तार
जिन छात्रों की लिस्ट मुख्य आरोपी तुषार भट्ट के फोन से मिली है उन्हीं से पैसे लेने की बात सामने आई है। इसकी भनक लगते ही एग्जाम के दिन ही तुषार भट्ट और दो प्रिंसिपल समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में लिया गया। कोर्ट ने इन सभी की जमानत याचिका खारिज कर दी है। पुलिस ने 30 परीक्षार्थियों के माता-पिता से भी पूछताछ की है।
2.30 करोड़ रुपये के लेनदेन का खुलासा
गोधरा पुलिस द्वारा संदिग्ध छात्रों और अभिभावकों के भी बयान लिए जा रहे हैं। रॉय ओवरसीज के मालिक परसुराम रॉय को छात्रों के माता-पिता ने मेडिकल प्रवेश के लिए चेक और पैसे दिए थे। पुलिस की जांच में पता चला कि चेक के जरिये 2.30 करोड़ रुपये का वित्तीय लेनदेन परशुराम रॉय से किया गया था। पुलिस ने 8 ब्लैंक चेक, 2.30 करोड़ के भरे हुए चेक और चीटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइज बरामद किए हैं। इन छात्रों ने नीट क्लियर करने और गोधरा में एक ख़ास सेंटर में अपना सेंटर चुनने के लिए 10 लाख की रिश्वत दी।
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए की याचिका पर नोटिस जारी किया
उच्चतम न्यायालय ने उन लोगों से जवाब मांगा, जिन्होंने प्रश्नपत्र लीक होने और अन्य अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए नीट-यूजी, 2024 की परीक्षा दोबारा कराने के लिए विभिन्न उच्च न्यायालयों का रुख किया था। न्यायालय ने एनटीए की याचिका पर नोटिस जारी किया जिसमें ऐसे मामलों को शीर्ष अदालत में हस्तांतरित करने की मांग की गई है। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की अवकाशकालीन पीठ ने नोटिस जारी करने का आदेश देते हुए कहा कि आठ जुलाई को इस पर नीट-यूजी विवाद से संबंधित अन्य याचिकाओं के साथ सुनवाई होगी।
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