–झारखंड में टेंडर घोटाले में धनशोधन मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई
खास बातें
सेल सिटी समेत कुल नौ ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
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इंट्रो
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्रालय में टेंडर कमीशन घोटाला मामले में ईडी बड़ी कार्रवाई कर रही है। इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था, जिसके बाद पीएमएलए के तहत नौ ठिकानों पर छापेमारी की गई है, साथ ही झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के परिसरों की तलाशी ली गई है। यहां से ईडी ने करीब 30 करोड़ नकद बरामद किए हैं।
रांची। प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को झारखंड के एक मंत्री के सचिव के कथित घरेलू सहायक के परिसरों की तलाशी के दौरान नकदी बरामद करने का दावा किया है। सूत्रों द्वारा साझा किए गए ‘वीडियो’ में ईडी के अधिकारियों को एक कमरे में से नोटों की गड्डियों को ले जाते हुए देखा जा सकता है। जिस स्थान पर छापा मार गया, वह कथित तौर पर राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू सहायक से जुड़ा बताया जा रहा है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि कितनी राशि बरामद की गई है इसका पता लगाने के लिए नोटों की गिनती की जा रही है और यह राशि करीब 30 करोड़ रुपए के बीच हो सकती है। सूत्रों ने कहा कि बरामद की गई नकदी में मुख्यरूप से 500 रुपए के नोट हैं और कुछ आभूषण भी बरामद किए गए हैं। आलम (70) कांग्रेस नेता हैं और झारखंड विधानसभा में पाकुड़ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह छापेमारी ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम के खिलाफ एक धनशोधन के मामले से जुड़ी है। वीरेंद्र राम को पिछले साल ईडी ने गिरफ्तार किया था। एजेंसी ने पिछले साल अप्रैल में जारी एक बयान में आरोप लगाया था, रांची में ग्रामीण कार्य विभाग में मुख्य अभियंता के रूप में तैनात वीरेंद्र कुमार राम ने ठेकेदारों को निविदा आवंटित करने के बदले में उनसे रिश्वत के नाम पर अवैध कमाई की थी। एजेंसी ने अधिकारी की 39 करोड़ रुपए की संपत्ति भी जब्त की थी। बयान में कहा गया है, इस प्रकार अपराध से अर्जित आय का उपयोग वीरेंद्र कुमार राम और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा ‘आलीशान’ जीवनशैली जीने के लिए किया जाता था। राम के खिलाफ धन शोधन का मामला झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की एक शिकायत से जुड़ा है।
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जेल में पूर्व चीफ इंजीनियर
ग्रामीण विकास मंत्रालय में टेंडर कमीशन घोटाला मामले में ईडी की टीम ने फरवरी 2023 में ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में छापेमारी की थी और उन्हें गिरफ्तार किया था। वीरेंद्र राम अभी भी जेल में बंद हैं। आज की छापेमारी उसी मामले की जांच का विस्तार बताया जा रहा है। रांची की सेल सिटी में इंजीनियर विकास कुमार के आवास समेत शहर में बरियातू, मोरहाबादी और बोड़ेया में कुल नौ ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी की।
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संजीव कुमार के घरेलू नौकर के ठिकाने से छापेमारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ईडी की छापेमारी में मंत्री आलमगीर के पीएस संजीव कुमार लाल के घरेलू नौकर के आवास से कैश मिले हैं। ईडी की ओर से कैश की गिनती की जा रही है। साथ ही ईडी इन पैसों के स्रोत के बारे में जानकारी ले रही है। जहांगीर आलम अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू स्थित फ्लैट नंबर 1 ए, पतला तल्ला, सर सैयद रेजीडेंसी ब्लॉक बी में रहता है। ईडी ने जहांगीर आलम को पूछताछ के लिए बुलाया है। मामले में ईडी की छापेमारी जारी है।
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कई मंत्रियों का पीएस रह चुके संजीव
मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव कुमार लाल पहले भी कई मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। सबसे पहले संजीव लाल विमला प्रधान के पीएस थे। उसके बाद उन्होंने पीएस रहने का सिलसिला चालू रखा। उनकी इतनी पहुंच थी कि चाहे कोई भी सरकार हो, वे किसी न किसी मंत्री के पीएस जरूर बन जाते थे।
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नौ ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
रांची के सेल सिटी समेत कुल नौ ठिकानों पर ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। सोमवार की सुबह ईडी की टीम सेल सिटी में पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के ठिकाने की तलाशी ले रही है। वहीं ईडी की दूसरी टीम बरियातू, मोरहाबादी और बोड़िया इलाके में छापेमारी कर रही है। जेल में बंद इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले को लेकर ईडी की टीम ने यह कार्रवाई कर रही है। जानकारी के अनुसार, जिन लोगों के यहां ईडी की रेड की जा रही है, उनमें कुछ राजनेता और अधिकारी शामिल हैं।
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