एनसीबी-एटीएस का बड़ा एक्शन, 86 किलो ड्रग्स के साथ पकड़े गए 14 पाकिस्तानी

—सागर में अभियान : गुजरात तट पर पर पाक नाव से 600 करोड़ की ड्रग्स बरामद

—-3 सालों में 11 ऐसे सफल ऑपरेशन, करोड़ों की ड्रग्स

इंट्रो

गुजरात तट से आतंकवाद विरोधी दस्ते और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने संयुक्त ऑपरेशन के जरिए 86 किलोग्राम ड्रग्स बरामद किया है। बाजार में इसकी कीमत करीब 602 करोड़ रुपए आंकी गई है। एटीएस और एनसीबी ने सागर में अभियान चलाकर संयुक्त कार्रवाई की। इस दौरान 14 पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। पिछले 3 सालों में 11 ऐसे सफल ऑपरेशन को इंडियन कोस्ट गार्ड ने अंजाम दिया है, जिसमें करोड़ों की ड्रग्स बरामद की गई।

अहमदाबाद। भारतीय तटरक्षकों ने गुजरात तट पर पाकिस्तानी नौका से 600 करोड़ रुपए मूल्य का 86 किलोग्राम मादक पदार्थ जब्त करके 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। तटरक्षक बल ने रविवार को यह जानकारी दी। गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) ने संयुक्त रूप से रात के समय अरब सागर में अभियान चलाया था। बल ने एक विज्ञप्ति में कहा, भारतीय तटरक्षकों ने 28 अप्रैल को खुफिया जानकारी के आधार पर सागर में अभियान चलाया। पाकिस्तानी नाव से 600 करोड़ रुपए मूल्य का लगभग 86 किलोग्राम मादक पदार्थ पकड़े जाने के बाद नौका में सवार 14 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।तटरक्षक बल ने अभी यह खुलासा नहीं किया है कि पाकिस्तानी नाव से किस तरह का मादक पदार्थ बरामद किया गया। विज्ञप्ति में कहा गया है कि अभियान के लिए तटरक्षक जहाजों और विमानों को तैनात किया गया था। विज्ञप्ति के अनुसार एनसीबी और एटीएस अधिकारियों की मदद से संदिग्ध नाव की पहचान करने के लिए भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) के जहाज राजरतन का इस्तेमाल किया गया था।

अफसरों पर नाव चढ़ाने की कोशिश

ऑपरेशन के दौरान गिरफ्तारी से बचने की कोशिश में पाकिस्तानी नागरिकों ने एटीएस अधिकारियों पर अपनी नाव चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस को जवाबी कार्रवाई में फायरिंग करनी पड़ी। इसके बाद संदिग्धों को पकड़ लिया गया। सुरक्षा एजेंसियां पिछले दो दिनों से अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास भारतीय जल सीमा के भीतर तलाशी अभियान चला रही थीं।

तमिलनाडु के रास्ते श्रीलंका जाने का था प्लान

गुजरात के डीजी विकास सहाय ने कहा कि गुजरात पुलिस के एटीएस को नारकोटिक्स को लेकर बड़ी सफलता हासिल हुई है। एटीएस अफसर केके पटेल को जानकारी मिली थी कि पाकिस्तानी नागरिक हाजी असलम ने ही पाकिस्तानी फिशिंग बोट से ड्रग्स भेजी थी। ये भारत की जल सीमा से तमिलनाडु होकर श्रीलंका जाने वाला था। ये जानकारी पुलिस से शेयर की और रणनीति बनायी गई। दूसरे दिन एटीएस के पीआई निखिल और पीएसआई मनीष पटेल ने इंडियन कॉस्ट गार्ड की मदद से रवाना हुए थे।

मास्टरमाइंड समेत 14 गिरफ्तार

बोट में मास्टरमाइंड नासिर हुसैन समेत 14 को पकड़ा गया, सभी बलूचिस्तान के रहने वाले हैं। इस दौरान 86 किलोग्राम का हेरोइन जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 600 करोड़ है। मास्टरमाइंड नासिर हुसैन फायरिंग के दौरान घायल हो गया था। उसके हाथ में चोट लगी है, उसका जामनगर में इलाज हुआ है। इस केस की आगे की जांच एनसीबी को सौंपी गई है।

फरवरी में जब्त की गई थी सबसे बड़ी खेप

इसी साल फरवरी महीने में एनसीबी और भारतीय नौसेना ने गुजरात तट के पास ड्रग्स की अब तक की सबसे बड़ी खेप जब्त की थी। उस समय संयुक्त ऑपरेशन में 3 हजार 132 किलो ड्रग्स जब्त किया गया था, जिसकी कीमत 1000 करोड़ रुपये से अधिक की थी। नौसेना ने अपने क्षेत्र में उस जहाज को जब्त कर पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।

हिंद महासागर में नौसेना और एनसीबी के बड़े ऑपरेशन

पिछले दो वर्षों भारतीय नौसेना ने एनसीबी के साथ मिलकर हिंद महासागर में तीन बड़े ऑपरेशन किए हैं। फरवरी 2022 में एनसीबी और भारतीय नौसेना ने गुजरात तट के पास एक जहाज जब्त किया था, जिस पर से 2 क्विंटल से अधिक मेथामफेटामाइन बरामद किया गया था। एनसीबी ने मई 2023 में पाकिस्तान के एक जहाज से कम से कम 12 हजार करोड़ रुपये का 2500 किलोग्राम मेथामफेटाइमन जब्त किया था। उस जहाज को भारत, श्रीलंका और मालदीव में कार्टेल को ड्रग्स सौंपने से पहले ही हिंद महासागर में रोक लिया गया था।

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