यूक्रेन युद्ध : बूचा में चेचेन लड़ाकों ने अपने ही घायल साथियों और रूसी सैनिकों को मार डाला, रूस के नौवें बड़े अफसर ने गंवाई जान

चेचेन लड़कों ने बूचा में अपने ही घायल साथियों और रूसी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था। चश्मदीदों के मुताबिक, चेचेन लड़ाकों ने बूचा के फील्ड अस्पताल में घायल पड़े साथियों की गोली मारकर हत्या कर दी। उधर, इजियम के पास 30 वाहनों के काफिले पर यूक्रेन के हमले में रूस के नौवें बड़े अफसर मेजर जनरल एंतोन सिमनोव (55) की मौत हो गई।

मानवाधिकार लोकपाल ने कहा, चेचेन लड़ाकों ने याब्लोन्स्का स्ट्रीट पर एक कांच के कारखाने में यातना कक्ष बना रखा था। उधर, यूक्रेन के प्रादेशिक रक्षा बलों के डिप्टी कमांडर अर्टेम हुरिन ने बताया कि बूचा के उत्तर-पश्चिम में बने फील्ड अस्पताल में चेचेन लड़ाकों ने घायल साथियों की हत्या कर दी थी। कई चश्मदीदों के हवाले से हुरिन ने बताया कि चेचेन लड़ाके घायल रूसी सैनिकों को फील्ड अस्पताल में लेकर आते और उनका इलाज कराने के बजाय गोली मारकर खत्म कर देते।

रूसी सैनिकों के दुष्कर्म की शिकार एक स्थानीय महिला के हवाले से हुरिन ने बताया कि सैकड़ों यूक्रेनी लोगों को चेचेन और रूसी सैनिकों ने तड़पाकर मारा था। खुद को कादिरोवित्सी कहने वाले चेचेन लड़ाकों के दस्ते ने 5 मार्च से शहर में मारकाट शुरू की। दो अप्रैल को बूचा फिर से यूक्रेनी सैनिकों के कब्जे में आने तक वह आम लोगों को शिकार बनाते रहे।

वहीं, बूचा के मेयर अनातोली फेडोरुक ने कहा, चेचन लड़ाकों ने कैदियों के हाथों पर बांधे थे। बाद में शहर में मिले शवों पर ये पाए गए। संयुक्त राष्ट्र के जांच दल ने सामूहिक कब्रों में मिले शवों की जांच के बाद बताया कि बहुत-सी महिलाओं की हत्या से पहले व बाद में दुष्कर्म किया गया था। एजेंसी

खेरसान में तेज हुई लड़ाई
रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेनी सेना पर दक्षिणी खेरसान के गांवों में एक स्कूल, किंडरगार्डन और कब्रिस्तान पर गोलाबारी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमले में कई नागरिक मारे गए।

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