आरजीपीवी के रजिस्ट्रार की तलाश
भोपाल
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में हुए घोटाले में फरार तत्कालीन कुलपति प्रो. सुनील गुप्ता गांधी नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस गुप्ता को बुधवार देर रात रायपुर के डीडी नगर में दबिश देकर गिरफ्तार किया। वह अपने परिचित के फ्लैट में छिपा हुआ था। पुलिस गुरुवार देर शाम उसे भोपाल लेकर पहुंची। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड में लिया जाएगा। घोटाले के मास्टमाइंड रजिस्ट्रार राजपूत का अभी तक पुलिस को सुराग नहीं लगा है। पुलिस को उसके बारे में इतना ही पता चला कि वह सिडनी भाग गया है।
पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने उसे हिरासत में लेने की पुष्टि करते हुए हरिभूमि को बताया कि एफआईआर के बाद वह ठिकाने बदलकर यहां वहां रह रहा था। कहा गया कि इसके बाद उससे यूनिवर्सिटी में हुए आर्थिक अनियमितता को लेकर पूछताछ की जाएगी। उल्लेखनीय है कि गांधी नगर पुलिस ने 3 मार्च को कुलपति सुनील गुप्ता, पूर्व रजिस्ट्रार प्रो. आरएस राजपूत, सेवानिवृत्त वित्त नियंत्रक ऋषिकेश वर्मा समेत अन्य पर यूनिवर्सिटी में हुए 19.48 करोड़ रुपए के घोटाले में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था।
पहले गिरफ्तार हो चुके हैं 3 आरोपी
पूर्व कुलपति सुनील गुप्ता से पहले इस मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। घोटाले के मास्टमाइंड रजिस्ट्रार राजपूत का अभी तक पुलिस को सुराग नहीं लगा है। पुलिस को उसके बारे में इतना ही पता चला कि वह सिडनी भाग गया है। सिडनी में उसका बेटा पढ़ाई करता है।
शिक्षा के मंदिर में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं : एबीवीपी
- अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने गुप्ता की गिरफ्तारी को एबीवीपी की जीत बताया। एबीवीपी के प्रांत मंत्री संदीप वैष्णव ने कहा कि आरजीपीवी में करोड़ों के घोटाला मामले के मुख्य आरोपी पूर्व कुलपति सुनील कुमार गुप्ता की गिरफ्तारी अभाविप के चरणबद्ध आंदोलन का परिणाम है। शिक्षा के मंदिर में भ्रष्टाचार को विद्यार्थी परिषद कतई बर्दाश्त नहीं करेगी जो अन्य दोषी हैं, उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाए। कार्यकर्ताओं का कहना है कि केंद्रीय वित्त मंत्री नर्मिला सीतारमण से लेकर राज्यपाल तक अभाविप ने इस मामले की शिकायत की थी। फरवरी माह से अब तक लगातार 18 चरणों में आंदोलन करने के बाद परिणामस्वरूप आरजीपीवी में करोड़ों के घोटाले में लप्ति तत्कालीन कुलपति सुनील गुप्ता को रायपुर से पकड़ा गया है।
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