इकबाल अंसारी से मिलने पहुंचे रामलला के मुख्य पुजारी

-ईद पर अयोध्या ने दिया भाईचारे का संदेश

(फोटो : रामलला)

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के साथ पूरे देश में ईद का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। हिंदू हो या मुस्लिम, सभी एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं। सेवईयों की मिठास के साथ हिंदू-मुस्लिम सभी कौमी एकता का परिचय देते हुए ईद मना रहे हैं। वहीं ईद के मौके पर हिंदू -मुस्लिम एक की मिशाल उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भी देखने को मिली. धर्म नगरी अयोध्या एक बार फिर सौहार्द की मिसाल पेश की गई है। अयोध्या में ईद की बधाई देने श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के घर पहुंचे।

बता दें कि ईद के मौके पर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास, बाबरी मस्जिद के मुख्य पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के घर पहुंचे और उन्हें त्योहार की बधाइंया दी. वहीं ईद की बधाई के बदले में इकबाल अंसारी ने सत्येंद्र दास को भी नवरात्रि की शुभकामनाएं पेश की. इकबाल अंसारी ने राम जन्म भूमि के पुजारी को फल खिलाए और स्वागत में फूलों की माला पहनाई. आचार्य सत्येंद्र दास और इकबाल अंसारी की गले मिलते खूबसूरत तस्वीर अयोध्या ही नहीं पूरी दुनिया को एक सबक सिखाती है और यह बताने के लिए भी काफी है कि अमन और चैन का रास्ता कितना सुखद होता है।

ईद पर मिले गले, कौमी एकता का दिया नारा

इकबाल अंसारी के घर पहुंचे आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जिस दिन अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हुई है, उसी दिन से अयोध्या में राम राज्य की शुरुआत हुई है। इस राम राज्य में सभी विवाद खत्म हो जाए और हिन्दू -मुस्लिम के बीच कोई बैर ना हो. सभी अपने-अपने धर्म पर चले और शांति की कामना करें, राम राज्य सही संदेश देता है। वहीं इकबाल अंसारी ने कहा कहा कि, ‘ये हमारी खानदानी परंपरा है। मेरे पिताजी भी सभी साधु संतों के त्योहारों में जाया करते थे। पिता जी नहीं रहे पर हमारा सम्मान वैसा ही है। अयोध्या की गंगा जमुना तहजीब है। हम तो साफ कहते हैं कि जहां साधु है, वहां शांति है। नवरात्रि और ईद दोनों त्योहारों की लोग यहां खुशियां मना रहे हैं। ‘

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