सियासी रैलियों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश

-घाटी के बगीचों में लश्कर के आतंकियों ने की है प्लानिंग

  • सुरक्षा एजेंसियों को मिला है खुफिया इनपुट

नई दिल्ली। कश्मीर में चुनावों से पहले बड़ी आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठनों ने साजिशें रचना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में 60 घंटे पहले लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी कश्मीर के भीतर न सिर्फ अपनी मौजूदगी दर्ज कराई, बल्कि आने वाले चुनाव में बड़ी सियासी रैलियों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए एक मीटिंग भी की। खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, लश्कर के आतंकी पाकिस्तान के इशारे पर इस तरीके की साजिशों को अंजाम देने की तैयारी की हैं। आतंकी संगठनों से जुड़े आतंकवादियों ने पहली बैठक कुलगाम के एक बगीचे में की। केंद्रीय खुफिया एजेंसी को इनपुट मिले हैं कि यहां पर लश्कर के आतंकी जुनैद अहमद बट को आतंकी साजिश पर काम कर रहा था।

केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी जुनैद अहमद बट का बीते कुछ समय में कुलगाम के इलाके में मूवमेंट देखा गया है। आतंकी जुनैद अहमद ने अपने गृह क्षेत्र के आसपास बीते कुछ समय में हलचल बढ़ा दी है। 31 मार्च को जुनैद अहमद ने दोपहर को उसके कुलगाम में उसके गांव नौबल के एक बगीचे में अपने कुछ आतंकी साथियों के साथ मेल मुलाकाते की हैं। खुफिया एजेंसियों को मिले इनपुट के आधार पर पता चला है कि आतंकी जुनैद के साथ इस दौरान उसके कुछ करीबी लोग भी थे। हालांकि उनकी अभी पहचान नहीं हो पाई है। लेकिन खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि आतंकी जुनैद की इस मीटिंग और उसकी पूरी हलचल के बाद चप्पे चप्पे पर नजरें लगा दी गई हैं।

खुफिया एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में हो रहे लोकसभा चुनाव के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में लगे हैं। सुरक्षा एजेंसियों को आतंकी जुनैद अहमद की मीटिंग के एजेंडे के बारे में भी पूरी जानकारी हासिल हो चुकी है। रिपोर्ट बताती है कि लश्कर-ए-तैयबा और उससे जुड़े आतंकी, जिसमें जुनैद अहमद बट ने घाटी के भीतर होने वाली चुनावी रैलियां में किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की तैयारी की है। एजेंसियों की ओर से मिले इनपुट के आधार पर चौंकाने वाली जानकारी यह मिली है कि आतंकी जुनैद अहमद विशेषकर भारतीय जनता पार्टी की रैलियां को निशाना बनाने वाला है। खुफिया एजेंसियों की जानकारी को केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ सुरक्षा एजेंसियों से भी साझा किया गया है।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने नाकाम करने के लिए कसी कमर

केंद्रीय खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के बाद न सिर्फ कुलगाम बल्कि आसपास के इलाके में सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में कुलगाम और आसपास के इलाकों में होने वाली चुनावी रैलियो और अन्य तैयारियों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा चुका है। केंद्रीय खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों का कहना है जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने कई नेताओं को भी अपने निशाने पर लिया है। अभी तक के मुताबिक जो इनपुट केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को मिले हैं उसमें नेताओं पर किए जाने वाले हमले से लेकर चुनावी रैलियों में बड़ी आतंकी घटना की साजिश की जानकारी सामने आई है।

केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, जिस तरीके से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 31 तारीख को कुलगाम के बगीचे में साजिशों को आगे बढ़ाने की बड़ी बैठक की है। उसके बाद आतंकी सगठनों से ताल्लुक रखने वालों ने अपने नेटवर्क को भी सक्रिय करने की पूरी तैयारी कर ली है। खासतौर से घाटी के आसपास के इलाकों में पूरी निगरानी और चौकसी बरती जा रही है। इसके अलावा खुफिया इनपुट इस बात के भी मिले हैं कि सीमापार से घुसपैठ की साजिश में भी कुछ आतंकी संगठन के लोग शामिल हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसी से ताल्लुक रखने वाले अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों के किसी भी मंसूबे को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। इसके अलावा कुलगाम के बगीचे में जो बैठक हुई है उसमें जितने भी लोग शामिल हुए हैं उनमें से किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। सुरक्षा एजेंसियां लगातार इस दिशा में काम कर रही हैं।

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