देश के विदेशी मुद्रा भंडार में एक बार फिर से गिरावट आई है। 22 अप्रैल को समाप्त हुए सताह में 3.271 अरब डॉलर की कमी के साथ फॉरेक्स रिजर्व घटकर 600.423 अरब डॉलर रह गया। यह लगातार सातवीं बार है जबकि इसमें गिरावट दर्ज की गई है।
एफसीए में गिरावट बड़ी वजह
आरबीआई की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार इससे पिछले यानी 15 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 31.3 करोड़ डॉलर की कमी आई थी और यह कम होकर 603.694 अरब डॉलर पर आ गया था। गौरतलब है कि विदेशी मुद्रा भंडार में आई इस गिरावट के लिए प्रमुख वजह विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति (एफसीए) का कम होना है, जो कि मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा होती हैं। 22 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में एफसीए में 2.835 अरब डॉलर की गिरवट आई है और यह घटकर 533.933 अरब डॉलर पर आ गया है।
देश का स्वर्ण भंडार इतना घटा
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के साथ ही देश का स्वर्ण भंडार भी घटा है और यह 3.77 करोड डॉलर कम होकर 42.768 अरब डॉलर रह गया है। इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से साझा किए गए आंकड़ों को देखें तो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 3.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.662 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ के पास मौजूद देश का मुद्रा भंडार 2.6 करोड़ डॉलर घटकर 5.060 अरब डॉलर रह गया है।
विदेशी निवेशकों ने जमकर की बिकवाली
इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों की बात करें तो इस अवधि में उन्होंने जमकर बिकवाली की है। बता दें कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 460 अंकों की गिरावट के साथ 57,061 के स्तर पर बंद हुअ था, जबकि एनएसई का निफ्टी सूचकांक 142 अंक टूटकर 17,102 के स्तर पर बंद हुआ था। इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने आखिरी दिन 3648 करोड़ रुपये के शेयर बले, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 3490 करोड़ के शेयर खरीदे।
फिर घटा विदेशी मुद्रा भंडार: लगातार सातवें हफ्ते गिरावट के साथ 600 अरब डॉलर पर पहुंचा, गोल्ड रिजर्व भी कम हुआ

