यूट्यूब ने रोका कनाडाई चैनल का खालिस्तान समर्थक प्रोग्राम

  • भारत के आदेश पर कार्रवाई

नई दिल्ली। भारत के आदेश पर यूट्यूब ने कनाडा के चैनल पर प्रसारित हुए एक खालिस्तान समर्थक प्रोग्राम को रोक दिया है। दरअसल शुक्रवार को कनाडा की सरकार द्वारा फंडेड टीवी चैनल सीबीसी में एक 45 मिनट की रिपोर्ट प्रसारित हुई थी। इस रिपोर्ट में पिछले साल 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में विस्तार से बताया गया था।

रिपोर्ट को ‘द फिफ्थ एस्टेट’ प्रोग्राम पर प्रसारित किया गया था। इसमें अलगाववादी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू के साथ एक लंबा साक्षात्कार भी शामिल था। बता दें कि ‘द फिफ्थ एस्टेट’ एक कनाडाई इन्वेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री सीरीज है। ये सीरीज सीबीएस नेटवर्क पर प्रसारित होती है। सीबीसी ने बुधवार को बताया कि उसे यूट्यूब से एक ईमेल मिला है जिसमें कहा गया है कि उसके टीवी प्रोग्राम को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। हालांकि यह वीडियो अन्य देशों में उपलब्ध है। सीबीसी ने कहा कि यूट्यूब ने भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा दिए गए आदेश का हवाला दिया है। जिसके बाद यूट्यूब ने खालिस्तान समर्थक वीडियो का एक्सेस भारत में ब्लॉक कर दिया।

दूसरे देशों में कंटेंट उपलब्ध

सीबीसी ने यह भी बताया कि भारत सरकार ने एक्स (ट्विटर) से भी इस वीडियो को ब्लॉक करने को कहा था। इस संबंध में एक्स ने सीबीसी को बताया, “भारतीय कानून एक्स को भारत में इस कंटेंट को ब्लॉक करने के लिए बाध्य करता है; हालांकि, कंटेंट दूसरे देशों में उपलब्ध रहता है। फिलहाल हम इस कार्रवाई से असहमत हैं और मानते हैं कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पालन होना चाहिए। भारतीय कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए, हम भारतीय अधिकारियों के साथ वर्तमान में बातचीत कर रहे हैं।”

सीबीसी का दावा और रेडियो इंडिया के एमडी

सीबीसी के एक प्रवक्ता ने कहा कि “द फिफ्थ एस्टेट की सभी स्टोरीज में हम गहनता से पड़ताल करते हैं। ‘कॉन्ट्रैक्ट टू किल’ एपिसोड में भी गहन शोध किया गया, वरिष्ठ संपादकों द्वारा जांच की गई और यह हमारे पत्रकारिता मानकों को पूरा करता है।” हालांकि इंडो-कनाडाई समुदाय के कुछ सदस्यों ने भी इस कार्यक्रम की आलोचना की है। इनमें सरे स्थित रेडियो इंडिया के एमडी मनिंदर सिंह गिल भी शामिल थे। 10 मार्च को सीबीसी अध्यक्ष कैथरीन टैट को लिखे एक पत्र में उन्होंने इस कार्यक्रम को “पक्षपातपूर्ण” और “झूठा प्रचार” बताया।

निज्जर की हत्या के 9 माह

बता दें कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के नौ महीने बाद घटना का कथित वीडियो फुटेज सामने आया। सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो काफी दूर लगे कैमरे में कैद हो गया। सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, फुटेज को एक से अधिक सोर्स ने वेरीफाई किया है। बता दें कि कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी अलगाववादी निज्जर की पिछले साल जून महीने में हत्या कर दी गई थी। इससे भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद पैदा हो गया। कनाडा ने भारत पर आरोप लगाया कि उसके एजेंटों ने निज्जर की हत्या की। भारत ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था।

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