बीजेपी की ‘छप्परफाड़’कमाई, कांग्रेस के खाते में महज 3145 एंट्री

–चुनाव आयोग ने जारी किया इलेक्टोरल बॉन्ड का सारा डेटा
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का सारा डेटा अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है। जब से सुप्रीम कोर्ट से एसबीआई को फटकार पड़ी थी, लगातार दबाव बनाया जा रहा था कि इलेक्टरोल बॉन्ड का सारा डेटा जारी किया जाए अब उसी कड़ी में चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सारा डेटा जारी कर दिया है। इसमें किस पार्टी को कितना चंदा मिला है, इसकी जानकारी तक साझा की गई है। वेबसाइट पर चुनावी बॉन्ड के एसबीआई से प्राप्त डेटा को जस के तस अपलोड कर दिया गया है। बता दें कि कुछ दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने इलेकटोरल बॉन्ड के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। तर्क दिया गया था कि उस स्कीम में पारदर्शिता की कमी है और उसे जारी नहीं रखा जा सकता। उस समय कोर्ट ने एसबीआई से कहा था कि उनके द्वारा बॉन्ड का सारा डेटा भी जारी किया जाना चाहिए। अब वही डेटा सामने आ गया है और उसके आंकड़े हैरान करने वाले हैं।
दानदाताओं में एयरटेल, वेदांता जैसे बड़े नाम
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, चुनावी बॉन्ड के माध्यम से राजनीतिक दलों को दान देने वालों में ग्रासिम इंडस्ट्रीज, मेघा इंजीनियरिंग, पीरामल एंटरप्राइजेज शामिल हैं। इसमें टोरेंट पावर, भारती एयरटेल, डीएलएफ कमर्शियल डेवलपर्स, वेदांता लिमिटेड शामिल हैं। इसके अलावा सूची में चुनावी बॉन्ड के खरीदारों में अपोलो टायर्स, लक्ष्मी मित्तल, एडलवाइस, पीवीआर, केवेंटर, सुला वाइन, वेलस्पन, सन फार्मा के नाम शामिल हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग की ओर से साझा की जानकारी में बताया गया है कि इन बॉन्ड्स के जारिए भाजपा, कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, बीआरएस, शिवसेना, तेदेपा, वाईएसआर कांग्रेस को धन मिला। सूची में द्रमुक, जद(एस), राकांपा, तृणमूल कांग्रेस, जद (यू), राजद, आप और सपा के भी नाम हैं।
किस पार्टी को कितना चंदा?
अगर ईसी के डेटा को ध्यान से देखा जाए तो पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी के नाम पर 8633 एंट्री हुई हैं, यानी कि उतनी बार उसे चंदा दिया गया है। वहीं बात जब कांग्रेस की आती है तो उसके खाते में महज 3145 एंट्री देखने को मिली हैं।
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सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे निर्देश
दरअसल, भारतीय स्टेट बैंक ने 2018 में योजना की शुरुआत के बाद से 30 किस्तों में 16,518 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड जारी किए हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने एसबीआई को 12 अप्रैल 2019 से खरीदे गए चुनावी बॉन्ड की जानकारी निर्वाचन आयोग को सौंपने का निर्देश दिया था। एसबीआई चुनावी बॉन्ड जारी करने के लिए अधिकृत वित्तीय संस्थान है।
एसबीआई का हलफनामा
एसबीआई ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के सामने एक हलफनामा दायर किया था, जिसमें बताया गया कि एक अप्रैल 2019 से इस साल 15 फरवरी के बीच दानदाताओं ने कुल 22,217 चुनावी बॉन्ड खरीदे, जिनमें से 22,030 को राजनीतिक दलों ने भुनाया। हलफनामे में बताया गया कि प्रत्येक चुनावी बॉन्ड की खरीद की तारीख, खरीदार के नाम और खरीदे गए बॉन्ड के मूल्यवर्ग सहित विवरण प्रस्तुत किए गए हैं। हलफनामे के मुताबिक, एक अप्रैल, 2019 से 11 अप्रैल, 2019 के बीच कुल 3,346 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 1,609 भुनाए गए। हलफनामे में बताया गया कि 12 अप्रैल, 2019 से इस साल 15 फरवरी तक कुल 18,871 चुनावी बॉन्ड खरीदे गए और 20,421 भुनाए गए।
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