–राज्यसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद बदला सियासी गेम, विस में जमकर हंगामा
00 कांग्रेस के 6 विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेल
00 कांग्रेस पर्यवेक्षक पहुंचे शिमला,
—
इंट्रो
हिमाचल प्रदेश में एक सीट के लिए हुए राज्यसभा चुनाव के बाद सियासत काफी गरमा गई है। चुनावी परिणाम आने के बाद अब बात सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर आ गई है। हालात ये है कि मंगलवार से शुरू हुआ हंगामा बुधवार को भी विधानसभा में जारी रहा। 6 कांग्रेसी विधायकों की क्रॉस वोटिंग से राज्यसभा सीट हारने के बाद कांग्रेस में खींचतान सरकार जाने तक पहुंच गई है। विधायकों पर फैसला स्पीकर ने सुरक्षित रख लिया है।
—
नई दिल्ली/शिमला। हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा के नतीजों के बाद शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस के छह विधायक बागी हो गए, जिन्होंने भाजपा प्रत्याशी को वोट दिया, उसके बाद अब सुक्खू सरकार में शामिल वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस की ओर से सरकार को बचाने के लिए डैमेज कंट्रोल किया जा रहा है। समझा जाता है कि कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायक मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कार्यशैली से नाराज हैं और वह इस पक्ष में हैं कि सुक्खू के स्थान पर किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाए। हिमाचल प्रदेश के घटनाक्रम को लेकर प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। उन्होंने दावा किया कि इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। प्रियंका गांधी ने कहा, 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। उन्होंने आरोप लगाया, इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है।
–
हमारी सरकार 5 साल पूरे करेगीः सुक्खू
राजनीतिक संकट के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को दावा किया कि वे पूरे पांच साल तक सरकार चलाएंगे। सुक्खू ने एक सवाल पर कहा, न तो केंद्रीय नेतृत्व ने और न ही किसी और ने मुझे इस्तीफा देने को कहा है और ऐसी कोई बात नहीं हैं।” उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह का काम राज्य के भाजपा नेताओं द्वार किया गया है। वे अपने ही लोगों पर भरोसा नहीं करते।
–
स्पीकर बोले- मैंने सुरक्षित रखा अपना फैसला
हिमाचल के विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि दलबदल विरोधी कानून के तहत कांग्रेस के संसदीय कार्य मंत्री ने एक याचिका दी थी। हमने नोटिस भेज दिया है। एक सुनवाई अभी समाप्त हुई है, दोनों पक्षों ने विस्तार से बात की है। मैंने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है।
–
भूपेश, हुड्डा पहुंचे शिमला
कांग्रेस ने छतीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार को बतौर पर्यवेक्षक शिमला भेजा है। पार्टी के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला भी शिमला में मौजूद हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पर्यवेक्षक बृहस्पतिवार शाम तक अपनी रिपोर्ट खरगे को भेज सकते हैं और उसके बाद तत्काल निर्णय लिया जाएगा।
00000000

