भारतीय पायलट को मालदीव में हेलीकॉप्टर ऑपरेट की अनुमति

-भारत को मिली बड़ी कूटनीतिक जीत

माले। मालदीव से जारी राजनयिक तनाव के बीच भारत को एक बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है। मालदीव ने भारतीय पायलट को मालदीव में हेलीकॉप्टर ऑपरेट करने की अनुमति दे दी है। मालदीव ने भारतीय पायलट को भारतीय नागरिक बताया है। मालदीव के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के उद्देश्यों से भारत द्वारा मालदीव को दिए गए हेलीकॉप्टर को ऑपरेट करने के लिए भारतीय नागरिकों का एक समूह मालदीव आ रहा है। मालदीव में भारतीय नागरिकों की मौजूदगी इसलिए अहम है क्योंकि हिंद महासागर में स्थित मालदीव रणनीतिक रूप से भारत के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

रिश्तों में खटास

कूटनीतिक और राजनीतिक शब्दावली में हिंद महासागर भारत का बैकयार्ड कहलाता है। इसके अलावा मालदीव में मोहम्मद मुइज्जू की सरकार बनने के बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव चरम पर है। राष्ट्रपति मुइज्जू और उनकी पार्टी को चीन समर्थक बताया जाता है। राष्ट्रपति मुइज्जू की ओर से भारतीय सैनिकों को देश छोड़ने की मांग के बाद से दोनों देशों के बीच रिश्तों में खटास आई है।

मालदीव की मदद के लिए बजट में बढ़ोतरी

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023- 24 यानी मार्च में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के दौरान भारत ने मालदीव में विकास परियोजनाओं पर लगभग 7.71 अरब रुपये खर्च किया है। यह खर्च निर्धारित बजट से लगभग दोगुना है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में भी बढ़ोतरी की गई है। एक फरवरी को संसद में पेश हुए बजट में मालदीव के लिए छह अरब रुपये की राशि आवंटित की गई थी. लेकिन बाद में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि मालदीव के लिए आवंटित बजट को संशोधित करते हुए बढ़ा दी गई है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, वर्तमान वित्तीय बजट में मालदीव के लिए लगभग 7.8 अरब रुपये आवंटित है।

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महागठबंधन को झटका : कांग्रेस-राजद के तीन विधायक एनडीए में शामिल

-बिहार में फिर हो गया खेला

-पाला बदलने वालों में दो कांग्रेसी तो एक राजद की महिला एमएलए

-कुछ दिन पहले भी भाजपा ज्वाइन किया था कुछ नेताओं ने

(फोटो : राजद)

पटना। बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं। सम्राट चौधरी ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक मुरारी गौतम और सिद्धार्थ सौरव ने बीजेपी जॉइन किया है, वहीं राजद खेमे से संगीता देवी ने पाला बदलकर बीजेपी में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस के मुरारी गौतम महागठबंधन सरकार में मंत्री भी रहे थे और चेनारी विधानसभा से विधायक हैं। सिद्धार्थ सौरव विक्रम विधानसभा से विधायक हैं और अब पाला बदलकर बीजेपी जॉइन कर चुके हैं। राष्ट्रीय जनता दल की विधायक संगीता देवी मोहनिया विधानसभा से आती हैं।

विपक्ष के छह विधायकों ने बदल लिया पाला

बिहार में विपक्षी गठबंधन के अब तक छह विधायकों ने पाला बदल लिया है। राष्ट्रीय जनता दल के तीन विधायकों ने पहले ही पार्टी से किनारा कर लिया था और अब एक और विधायक ने पार्टी छोड़ दी है। इनके अलावा कांग्रेस के दो और विधायकों ने बीजेपी जॉइन कर लिया और पार्टी के एक विधायक ने पहले ही पाला बदल लिया था। विधायकों की सदस्यता को लेकर भी विधानसभा सचिवालय ने कोई आदेश जारी नहीं किया है। जब तक अधिसूचना जारी नहीं होती है तब तक किसी विपक्षी विधायक को किसी सत्ता पक्ष के दल के साथ जोड़कर नहीं गिना जा सकता।

ईडी की रेड और पाला बदलने की टाइमिंग

बिहार में कांग्रेस और राजद विधायकों ने ऐसे समय में पाला बदला है जब राज्य के कई हिस्से में ईडी की रेड चल रही है। बिहार के भोजपुर जिले के आरा में राजद विधायक किरन देवी से जुड़े कुछ परिसरों में छापेमारी की गई है। एजेंसी मनी लॉन्ड्रिंग मामलों की जांच कर रही है और इसी संबंध में छापेमारी की गई. किरन देवी राजद की विधायक हैं और उनके पति अरुन यादव भी विधायक रह चुके हैं, जो लैंड-फॉर-जॉब स्कैम केस में एजेंसी की रडार पर हैं।

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महाराष्ट्र : प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा

मुंबई। महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक और जोर का झटका लगा है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बसव राज पाटिल ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों का कहना है कि वे आज या कल बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। बसव राज पाटिल अशोक चव्हाण के करीबी माने जाते हैं। वे पूर्व विधायक और पूर्व में मंत्री रह चुके हैं। पाटिल 1999 से 2004 के बीच राज्य सरकार में मंत्री रहे थे। वह ओमेरगा-लोहारा और औसा विधानसभा क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के अभिमन्यु पवार से हार गए थे। पाटिल से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन कांग्रेस नेता अभय सालुंके ने बताया कि उनके पार्टी छोड़ने से कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वह 2019 के चुनाव में हारने के बाद से जनता के साथ संपर्क में नहीं थे।

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