अयोध्या में ठगों के जाल में फंसे दर्जनों रामभक्त

-आस्था के बीच हो रही ठगी, आप भी रहें सावधान

-फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं को लगाया जा रहा चूना

(फोटो : दर्शन)

अयोध्या। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की हुई भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद दर्शन करने के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा है। बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आ रहे हैं, मगर उनके साथ जमकर ठगी भी हो रही है। दरअसल, अयोध्या में लोग ऑनलाइन बुक करके होटल या धर्मशाला पहुंच रहे हैं। मगर, यहां आने के बाद उन्हें पता चल रहा है कि उनके नाम पर तो कोई कमरा बुक ही नहीं हुआ है। वह तो उन ठगों का शिकार हो गए हैं, जो अलग-अलग होटल और धर्मशाला के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को कमरा बुक करने के नाम पर मोटा चूना लगा रहे हैं। इधर, इलाके के आईजी प्रवीण कुमार ने अयोध्या पुलिस को तत्काल सारी वारदातों पर मुकदमा दर्ज कर एक्शन लेने कहा है। क्षेत्राधिकारी अयोध्या आशुतोष मिश्रा ने माना कि इस तरह की वारदातें उनके संज्ञान में हैं। उन्होंने साइबर सेल लखनऊ को इस बारे में जानकारी भेज दी है।

ऐसे होते हैं लोग परेशान

अयोध्या में इस तरह की घटनाएं इन दिनों आम हो गई हैं। श्री राम जन्मभूमि पथ के ठीक सामने ही बिडला धर्मशाला है। वहां अब तक इस तरह की लगभग 30 घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे कई लोग मिले, जिन्होंने बिडला धर्मशाला की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन कमरा बुक किया था। इसमें से तीन लोगों ने तो भुगतान भी कर दिया था। मगर, अयोध्या आने के बाद जब वह ठहरने के लिए पहुंचे, तो बिडला धर्मशाला के मैनेजर ने बताया कि उनकी न तो कोई वेबसाइट है और न ही ऑनलाइन रूम ही बुक होता है। इधर, पीड़ितों ने भी बिडला धर्मशाला के नाम से बनी वेबसाइट दिखाई. वेबसाइट पर दिए नंबर से चैट दिखाई और ऑनलाइन भुगतान का सबूत भी दिखाया। मगर, सब बेकार. तब उन्हें पता चला कि वे तो साइबर ठगों के शिकार हो गए हैं। इधर, बिडला धर्मशाला के मैनेजर ने बताया, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद से अब तक अकेले उनके यहां इस तरह के 30 मामले आ चुके हैं। उसने इसकी शिकायत चौकी से लेकर कोतवाली तक की गई है।

ऐसे हो रहा खिलवाड़

खेल कुछ इस तरह होता है कि कुछ ऐसे होटल हैं, जिनका अयोध्या में वजूद ही नहीं है। वहीं, कुछ ऐसे होटल हैं, जो ऑनलाइन बुकिंग ही नहीं करते हैं। उनके नाम से वेबसाइट बनाई जाती है। वेबसाइट में कांटेक्ट नंबर दिया रहता है। लोग जब उस पर फोन करते हैं, तो उन्हें कमरे का रेट ज्यादा बताया जाता है। फिर कहा जाता है कि इस समय स्कीम चल रही है, लिहाजा पैसा कम हो जाएगा. इससे लोग झांसे में आ जाते हैं। बुकिंग के बाद साइबर ठग जिस होटल या धर्मशाला का नंबर देते हैं, उसको भी डायल करने पर उसी धर्मशाला या होटल का नाम आता है, जिसमें बुकिंग करने के नाम से पैसा वसूला गया होता है। यह नंबर उस समय बंद रहता है, जब इन ठगों के जाल में फंसा व्यक्ति अयोध्या पहुंचता है और रूम न मिलने पर फोन करता है। कभी-कभी अगर फोन उठ गया, तो बात करने के बजाय टाल दिया जाता है।

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