—किसानों अपनी मांगों पर अड़े, पंजाब में रेलवे ट्रैक जाम
खास बातें
00 हरियाणा सरकार ने 7 जिलों में बैन किया मोबाइल इंटरनेट
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इंट्रो
हजारों किसान एक बार फिर ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए पंजाब-हरियाणा की सीमाओं पर डटे हुए हैं। अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। पंजाब में किसान 16 रेलवे लोकेशन पर प्रदर्शन के लिए बैठे रहे। आंदोलन के कारण आज 7 ट्रेनें कैंसिल और 12 का रूट डायवर्ट किया गया। इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा ने 16 फरवरी को भारत बंद का ऐलान किया है।
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नई दिल्ली/लुधियाना। ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की कार्रवाई को लेकर पंजाब में कई स्थानों पर किसानों के पटरियों पर बैठे रहे। गुरुवार को दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कुछ ट्रेनों को दूसरे मार्गों से भेजा गया। किसानों ने कई टोल प्लाजा पर धरना भी दिया और अधिकारियों पर यात्रियों से पथकर नहीं लेने के लिए दबाव बनाया। भारतीय किसान यूनियन (एकता उगराहां) और बीकेयू डकोंदा (धनेर) ने पंजाब में कई जगहों पर चार घंटे के लिए ‘रेल रोको’ का आह्वान किया था। किसानों ने दोपहर करीब 12 बजे अपना आंदोलन शुरू किया और कई स्थानों पर पटरियों पर बैठ गए। प्रदर्शन शाम चार बजे तक जारी रह सकता है। चूंकि किसान मुख्य दिल्ली-अमृतसर मार्ग पर कई स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठे हैं, इसलिए रेलवे अधिकारियों ने ट्रेनों को चंडीगढ़ (दिल्ली की ओर) और लोहियां खास (अमृतसर और जालंधर की ओर) के रास्ते भेजा है। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली से आने वाली शताब्दी और शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस ट्रेनों को लुधियाना रेलवे स्टेशन पर समाप्त कर दिया गया। इस बीच, जब न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग कर रहे किसान मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च कर रहे थे, तब हरियाणा पुलिस द्वारा आंसू गैस के इस्तेमाल के विरोध में किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर कई टोल प्लाजा पर प्रदर्शन भी किया। भारतीय किसान यूनियन के नेता हरमीत सिंह कादियान ने कहा कि वे दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। होशियारपुर में किसानों ने जालंधर-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया।
दोआबा किसान कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जंगवीर सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों ने चोलांग और हरसे मानसर में टोल प्लाजाओं का घेराव किया और वहां धरना दिया। उन्होंने केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार के खिलाफ नारे लगाए और किसानों के लिए न्याय की मांग की।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून और ऋण माफी सहित अपनी मांगों के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के मकसद से ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
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दो बैठक बेनतीजा
किसानों की मांगों पर सरकार और किसान संगठन के बीच दो दौर की बैठक बेनतीजा रही। तीसरी दौर की बैठक गुरुवार काे चंडीगढ़ में हुई। इसमें तीन केंद्रीय मंत्री चंडीगढ़ में किसानों के साथ उनकी मांगों को लेकर चर्चा की। इनमें अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय का नाम शामिल है।
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भारत बंद को कांग्रेस का समर्थन
देश के किसानों का आंदोलन को कांग्रेस पार्टी ने समर्थन किया है। आगामी 16 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा ने भारत बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस भी इस आंदोलन का समर्थन कर रही है। इसका असर कई राज्यों में भी देखने को मिल सकता है।
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किसानों को रोकने के लिए खेतों में छोड़ा पानी
दिल्ली कूच पर आमादा किसानों को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने पंजाब से लगने वाली सीमाओं की किलेबंदी के साथ ही खेतों में भी पानी छोड़ दिया है, ताकि लोग उनमें से गुजर न सकें। फसलों के लिए एमएसपी समेत विभिन्न मांगों को लेकर पिछले दो दिनों से हरियाणा की सीमाओं पर जमे पंजाब के किसान उग्र प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपने साथ ट्रैक्टर पर मिट्टी और अन्य उपकरण लेकर चले हैं जो सीमाओं पर रखे कंक्रीट के बड़े बोल्डरों को हटाने और कंटीले तारों को तोड़ने में सक्षम हैं।
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कल बड़ा फैसला लेंगे राकेश टिकैत
किसान आंदोलन पर 17 फरवरी को राकेश टिकैत बड़ा फैसला लेंगे। मुजफ्फरनगर के सिसौली की मासिक पंचायत में निर्णय लेंगे। मासिक पंचायत में ज्यादा से ज्यादा भाकियू कार्यकर्ताओं से पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है। बीकेयू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले, किसान आंदोलन पर तय करेंगे आगे क्या करना है, सरकार नहीं मानेगी तो वापिस नहीं जाएंगे किसान, आंदोलन और बड़ा हो सकता है, कई और बिंदु मासिक पंचायत में रखे जाएंगे।
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