संसद में मोदी सरकार का श्वेत पत्र, यूपीए राज के 10 साल में 15 घोटाले

—सरकार ने पूर्ववर्ती सरकार पर लगाए कुप्रबंधन के आरोप, कांग्रेस ने जारी किया ‘ब्लैक पेपर’

—59 पृष्ठ के ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ में कई आरोप

इंट्रो

केंद्र सरकार ने संसद में यूपीए सरकार के 10 सालों के कार्यकाल पर ‘श्वेत पत्र’ पेश कर दिया है। इस श्वेत पत्र में 2004 से 2014 तक चली यूपीए सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन के आरोप लगाए गए हैं। सबसे अहम बात है कि इस सर्वे में यूपीए सरकार के दौरान 15 घोटाले होने का दावा किया गया है। इधर, कांग्रेस ने भी ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया है, जिसमें 10 साल, अन्यायकाल का आरोप लगाया गया है।


नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को भारतीय अर्थव्यवस्था पर एक ‘श्वेत पत्र’ संसद में पेश किया। श्वेत पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से विरासत में मिली चुनौतियों पर पिछले 10 वर्षों में सफलतापूर्वक काबू पाया है। साथ ही भारत को उच्च वृद्धि के रास्ते पर लाने के लिए ‘कड़े फैसले’ किए हैं। कुल 59 पृष्ठ के ‘भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र’ में कहा गया है कि जब 2014 में नरेन्द्र मोदी सरकार ने सत्ता संभाली, तो अर्थव्यवस्था नाजुक स्थिति में थी, सार्वजनिक वित्त खराब स्थिति में था। साथ ही आर्थिक कुप्रबंधन, वित्तीय अनुशासनहीनता और व्यापक भ्रष्टाचार का बोलबाला था। सीतारमण द्वारा लोकसभा में पेश किए गए दस्तावेज में कहा गया है, यह एक संकटपूर्ण स्थिति थी। अर्थव्यवस्था को चरण दर चरण सुधारने और शासन प्रणालियों को व्यवस्थित करने की जिम्मेदारी बहुत बड़ी थी।

श्वेत पत्र के मुताबिक, संप्रग सरकार आर्थिक गतिविधियों को सुचारू रूप देने में बुरी तरह विफल रही। इसके बजाय संप्रग सरकार ने बाधाएं पैदा कीं, जिससे अर्थव्यवस्था पीछे रह गई। इस दस्तावेज में साथ ही यह भी कहा गया कि 2014 में राजग सरकार को विरासत में बेहद कमजोर अर्थव्यवस्था मिली थी। श्वेत पत्र में कहा गया कि मोदी सरकार ने व्यापक आर्थिक बेहतरी के लिए कठोर निर्णय लेने की जरूरत को समझा। इसके मुताबिक, हमारी सरकार ने अपनी पिछली सरकार के विपरीत एक मजबूत ढांचा बनाने के साथ ही अर्थव्यवस्था की नींव में निवेश किया। श्वेत पत्र में कहा गया, पिछले दस वर्षों के कामकाज को देखते हुए, हम विनम्रता और संतुष्टि के साथ कह सकते हैं कि हमने पिछली सरकार द्वारा छोड़ी गईं चुनौतियों पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया है। श्वेत पत्र में मौजूदा दौर को कर्तव्य काल बताते हुए कहा गया कि अभी मीलों चलना है और 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है।

संसद में आज बहस, वित्त मंत्री देंगी जवाब

संसद में श्वेत पत्र को पेश किया गया है और अब इस पर बहस होगी। उसके बाद वित्त मंत्री खुद बहस का जवाब देंगी। श्वेत पत्र में यूपीएम के दौर में डिफेंस सेक्टर में भी कमजोरी का दावा किया गया है। इसमें कहा गया है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में रक्षा क्षेत्र की तैयारियां कमजोर थीं। श्वेत पत्र में जिन घोटालों का जिक्र किया गया है, उनमें टूजी स्कैम और कोल ब्लॉक के आवंटन का घोटाला भी शामिल है। इन दोनों घोटालों की उस दौरान खूब चर्चा हुई थी और अन्ना आंदोलन से लेकर बाबा रामदेव के प्रदर्शन तक में इनका जोरशोर से जिक्र होता था। अब श्वेत पत्र में भी इनका जिक्र किया गया है और यूपीए सरकार के 10 सालों में 15 घोटालों का आरोप लगाया गया है।

लालू और उनके परिवार को घेरा

श्वेत पत्र में नौकरी के बदले जमीन घोटाले को भी शामिल किया गया है, जिसमें लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ जांच चल रही है। यह घोटाले तब होने का दावा किया जाता है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे। बता दें कि लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ जमीन घोटाले के मामले में जांच चल रही है और उनसे कई बार पूछताछ भी की जा चुकी है। तेजस्वी यादव से भी इस मामले में लंबी पूछताछ हो चुकी है।

इन घोटालों का जिक्र

श्वेत पत्र में शारदा चिटफंड स्कैम, राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, एयरसेल-मैक्सिस और आईएनएक्स मीडिया केस का भी जिक्र किया गया है। गुरुग्राम और पंचकूला में लैंड डील, एंट्रीक्स देवास डील जैसे घोटालों का भी इस श्वेत पत्र में विस्तार से जिक्र हुआ है। श्वेत पत्र में आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाला और अगस्ता वेस्टलैंड चॉपर डील का भी जिक्र हुआ है।

इधर, मोदी सरकार के खिलाफ कांग्रेस का ‘ब्लैक पेपर’

कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की 10 साल की ‘विफलताओं’ को जनता के समक्ष उजागर करने के मकसद से बृहस्पतिवार को एक ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया तथा सरकार पर समाज के सभी वर्गों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। पार्टी ने इस ‘ब्लैक पेपर’ में महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की दुर्दशा, महिलाओं की स्थिति और कई अन्य मुद्दों पर सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाया है। उसने इसे ‘10 साल, अन्याय काल’ का नाम दिया है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया और कहा कि देश को आजाद कराने वाली कांग्रेस 2024 में देश को भाजपा के ‘अन्याय के अंधकार’ से बाहर निकालेगी। कांग्रेस ने यह ‘ब्लैक पेपर’ ऐसे समय जारी किया है जब सरकार ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) के 10 साल के कार्यकाल पर एक ‘श्वेतपत्र’ जारी करने की घोषणा की है। खड़गे ने सरकार और प्रधानमंत्री मोदी पर उनकी विफलताएं छिपाने का आरोप लगाया और कहा कि ऐसे में इस सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ लाने का फैसला किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने संवाददाताओं से कहा, प्रधानमंत्री मोदी जब भी संसद में अपनी बात रखते हैं तो अपनी विफलताओं को छिपाते हैं। वहीं, जब हम सरकार की असफलताओं के बारे में बोलते हैं, तब उसे महत्व नहीं दिया जाता है। इसलिए हम ‘ब्लैक पेपर’ निकालकर जनता को सरकार की विफलताओं के बारे में बताना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि देश में सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी है, लेकिन मोदी सरकार इसकी बात कभी नहीं करती। इस ‘ब्लैक पेपर’ में कहा गया है कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ‘अन्याय’ हुआ है। पार्टी ने अपने इस दस्तावेज़ में आरोप लगाया, ‘‘मोदी सरकार के 10 वर्षों के शासन ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है, बेरोजगारी बढ़ गई है, देश के कृषि क्षेत्र को नष्ट कर दिया है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं। सरकार ने देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ गंभीर अन्याय किया है।

महंगाई पर सरकार की चुप्पी पर सवाल

‘ब्लैक पेपर’ में कहा गया है, मोदी सरकार महंगाई पर चुप है। पेट्रोल, डीजल और रोजमर्रा की जरूरी चीजों की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। वर्ष 2016 की नोटबंदी के कदम को ‘भूल’ करार देते हुए पार्टी ने कहा कि सात साल पहले की ‘विनाशकारी नोटबंदी’ के आर्थिक प्रभाव अब भी देश को परेशान कर रहे हैं। इस दस्तावेज में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की परेशानी, जाति जनगणना करने में विफलता और महिलाओं के साथ अन्याय जैसे मुद्दे भी उठाए गए।

पीएम मोदी का तंज, कहा काला टीका जरूरी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ जारी किए जाने का स्वागत किया। विपक्षी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि देश की समृद्धि को नजर ना लगे, इसके लिए ‘काला टीका’ बहुत जरूरी होता है। राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों की विदाई के अवसर पर उच्च सदन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की। इससे कुछ देर पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ जारी किया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक न्याय, किसान और कई अन्य विषयों पर सरकार की ‘विफलताओं’ का उल्लेख किया गया है। मोदी ने उनकी सरकार के खिलाफ ‘ब्लैक पेपर’ लाने के लिए खरगे को धन्यवाद दिया और अपनी सरकार द्वारा किए जा रहे अच्छों कामों के बीच इसे नजर न लगे जाए इसलिए उसे ‘काला टीका’ कहा । प्रधानमंत्री ने विरोध के तौर पर सदन में विपक्षी सदस्यों द्वारा पहने जाने वाले काले कपड़ों का भी जिक्र किया और कहा, हमने राज्यसभा में फैशन परेड भी देखी जिसमें कुछ सदस्य काले कपड़ों में आए।

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