-आरबीआई के रडार पर आया पेटीएम पेमेंट्स बैंक
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पेटीएम पेमेंट बैंक पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जाने से कारोबारी बाजार में हड़कंप मच गया है। इसका असर जहां ग्राहकों पर देखने को मिल रहा है, वहीं पेटीएम पेमेंट्स बैंक का भविष्य भी खतरे में है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ने बिना उचित पहचान के सैकड़ों खाते बनाए, जिसके कारण यह आरबीआई के रडार पर है। पूर्ण केवाईसी नहीं कराने वाले इन खातों ने प्लेटफॉर्म पर करोड़ों रुपये का लेनदेन किया था। इससे संभावित मनी लॉन्ड्रिंग की चिंता बढ़ गई थी। रिपोर्ट्स की मानें तो पता चला कि 1,000 से ज्यादा यूजर्स के अकाउंट सिर्फ एक पैन नंबर से जुड़े हुए थे। इतना ही नहीं, जब आरबीआई और ऑडिटर ने बैंक की अनुपालन रिपोर्ट की जांच की तो वह भी गलत पाई गई। सूत्रों के मुताबिक आरबीआई को चिंता है कि कुछ खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा सकता है।
राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने कहा कि अगर फंड की हेराफेरी का कोई भी सबूत पाया जाता है तो ईडी पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर जांच करेगा। इस बीच, पेटीएम ने स्पष्ट करते हुए कहा कि कंपनी और वन97 कंम्युनिकेशन के सीईओ विजय शेखर शर्मा मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ईडी के जांच के दायरे में नहीं हैं। कंपनी ने कहा कि कुछ व्यापारी पूछताछ का विषय रहे हैं। बैंक ऐसे मामलों में पूरा सहयोग कर रहा है।
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पीएमओ तक पहुंच गए दस्तावेज
आरबीआई ने अपनी जांच के निष्कर्षों की रिपोर्ट ईडी, गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी है। राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने रॉयटर्स को बताया कि अगर अवैध गतिविधि का कोई सबूत मिला तो प्रवर्तन निदेशालय पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच करेगा।
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31 करोड़ इनएक्टिव अकाउंट
गौरतलब है कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास करीब 35 करोड़ ई-वॉलेट हैं। इनमें से लगभग 31 करोड़ एक्टिव नहीं है, जबकि केवल लगभग 4 करोड़ ही बिना किसी अमाउंट या बहुत कम अमाउंट के साथ चल रहे हैं, यानी बड़ी संख्या में इनएक्टिव अकाउंट हैं। वहीं लाखों अकाउंट में केवाईसी अपडेट नहीं हुई है।
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2 अरब डॉलर का नुकसान
आरबीआई के निर्देश के बाद वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड, जो पेटीएम ब्रांड का मालिक है। उसके शेयरों में पिछले दो दिनों में 40 फीसदी की गिरावट आई है। शुक्रवार को बीएसई पर स्टॉक 20 प्रतिशत गिरकर 487.05 रुपए पर पहुंच गया। दो दिनों में कंपनी का मार्केट कैप 17,378.41 करोड़ रुपए घटकर 30,931.59 करोड़ रुपए हो गया है।
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