थाईलैंड में इंसानों के लिए जानलेवा हुई ‘बंदरों की टोली

-सरकार ने निकाला ‘क्रूर रास्ता’

नई दिल्ली। बंदरों की ज्यादा आबादी होने की वजह से इंसानों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई बार हालात इतने ज्यादा बिगड़ जाते हैं कि बंदरों से छुटकारा पाने के लिए सरकार को बड़े कदम उठाने पड़ते हैं। कुछ ऐसा ही थाईलैंड के तटीय क्षेत्र हुआ हिन में देखने को मिल रहा है। यहां बंदरों की आबादी इतनी अधिक हो गई है कि उनसे स्थानीय लोगों के साथ साथ पर्यटक भी काफी परेशान हो गए हैं। बंदर खाना छीनने के लिए हिंसक भी हो जाते हैं। वो लोगों पर हमला कर रहे हैं। बंदरों का पूरा का पूरा झुंड लोगों पर टूट पड़ता है। डेली स्टार की रिपोर्ट के अनुसार, प्राकृतिक संसाधन और पर्यावरण मंत्री पटारावत वोंगसुवान ने डिप्टी सरकारी प्रवक्ता केनिकर ओनजीत के जरिए कहा कि क्षेत्र में बंदरों की नसंबदी कर उन्हें स्थानांतरित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रवक्ता ने कहा कि पर्यटकों और निवासियों दोनों की शिकायतों के कारण कार्रवाई की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि पर्याप्त खाना नहीं मिलने के कारण बंदर अधिक आक्रामक हो गए हैं। स्थानीय सरकार ने जंगल और जीवों से जुड़े विभागों को बंदरों की नसबंदी के काम में मदद करने का निर्देश दिया है। बंदरों को वन्यजीव संरक्षण और संरक्षण अधिनियम बीई 2562 (2019) के तहत संरक्षण दिया गया है। जब बंदरों को पिंजरे में बंद कर दिया जाएगा और उनकी नसबंदी हो जाएगी, तो उन्हें एक अलग स्थान पर लाया जाएगा। ऐसी जानकारी है कि बंदरों की संख्या बीते एक दशक से बढ़ती जा रही है। इनमें से ज्यादातर खाओ तकियाब पर्वत और वन क्षेत्रों में रहते हैं, जहां लोगों की कम आबादी है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये पर्यटकों का खाना चुरा लेते हैं। साथ ही उन पर हमले भी करते हैं। इससे पहले 2017 में बंदरों को नियंत्रित करने की कोशिश की गई थी लेकिन तब सभी कोशिशें विफल हो गई थीं.

00000

प्रातिक्रिया दे