जमीन विवाद बनी वजह
बालोद/अर्जुंदा। परिवार में चल रहे जमीन जायदाद के विवाद में बच्चों के मन में भी आपसी द्वेष ने घर कर लिया और मामूली विवाद के बाद 14 साल के नाबालिग ने अपने चचेरे भाई को ही मौत की नींद सुला दिया। चीचा हत्या कांड में यही कहानी निकल कर सामने आई है। अर्जुन्दा थाना के चीचा गांव में 10 साल के तोरण लाल साहू की हत्या उसके नाबालिग चचेरे भाई ने की है। मामले में अपचारी बालक को गिरफ्तार कर बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया गया है। चीचा गांव में बुधवार को चौथी कक्षा में पढ़ने वाले 10 वर्षीय बच्चे की निर्मम हत्या कर दी गई थी। बच्चे की स्कूल ड्रेस में लाश गौठान के निर्माणाधीन भवन की टंकी में मिली थी। उसकी गर्दन से लोहे की रॉड आर पार हो गई थी, वहीं सिर पर भी चोट के निशान थे।
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वारदात को स्वीकारा
घटना के बाद रातभर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी रही। इस बीच मृतक के नाबालिग चचेरे भाई से संदेह के आधार पर जब पुलिस ने पूछताछ की, तो उसने घटना को अंजाम देने की बात कबूल ली। उसके बाद पुलिस ने न्यायालय में पेश कर उसे बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया है।
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अकेला पाकर किया विवाद
पूछताछ के दौरान ओरापी बालक ने पुलिस को बताया कि मृतक तोरण साहू खाने की छुट्टी होने पर अपने दोस्तों के साथ स्कूल से लगे तालाब के पास शौच करने आया था। इसी बीच तोरण और उनके चचेरे भाई के बीच विवाद हो गया। दोनों में झगड़ा बढ़ता देखकर तोरण के साथी वहां से भाग गए। उसके बाद तोरण अपने आप को बचाने के लिए गौठान की ओर भागा और गौठान का दीवार लांघकर अंदर जाकर छुप गया।
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यह थी हत्या की वजह
जनकारी के मुताबिक दोनों के परिवार में आए दिन जमीन सहित अन्य मामलों को लेकर विवाद होता था। बताया जा रहा है कि हत्या करने वाला अपचारी बालक 6 दिनों से गांव से गायब था। अनुमान लगाया जा रहा है कि बुधवार को दोनों परिवार के बीच होने वाले विवाद की रंजिश निकालने के लिए गांव पहुंचा था और वारदात को अंजाम देने के बाद अपने रिश्तेदार के घर छुप गया था।
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