-मस्जिद का एएसआई सर्वे सामने आने के बाद बढ़ी गहमा-गहमी
— ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को मनाने में जुटे अफसर
(फोटो : शंकराचार्य)
वाराणसी। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर से सटी ज्ञानवापी मस्जिद का एएसआई सर्वे सामने आने के बाद से गहमागहमी बढ़ गई है। हिन्दूवादी संगठन इसे लेकर आक्रामक हो गए हैं। उनका कहना है कि अब मुस्लिम पक्ष को ज्ञानवापी से अपना दावा वापस ले लेना चाहिए। इस बीच ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी आक्रामक हो गए हैं। उन्होंने ज्ञानवापी के कथित शिवलिंग की भोग आरती आदि की इजाजत पहले ही अदालत से मांगी हुई है अब वह ज्ञानवापी की परिक्रमा पर अड़ गए हैं। उन्होंने परिक्रमा के लिए सोमवार की दोपहर तीन बजे का मुहूर्त भी बताया था। उन्हें ऐसा नहीं करने के लिए पुलिस प्रशासन के अधिकारी मनाने में जुटे हैं। उनके मठ के आसपास भारी फोर्स तैनात कर दी गई है। जिन रास्तों से उन्हें जाना है, वहां भी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
श्रीविद्यामठ से निकले शंकराचार्य
अपनी घोषणा के अनुसार अविमुक्तेश्वरानंद जैसे ही श्रीविद्यामठ से निकलने लगे पुलिस ने उन्हें गेट पर ही रोक दिया। इस पर अविमुक्तेश्वरानंद ने पुलिस से सवाल पूछा कि जब वहां नमाज पढ़ने पर रोक नहीं है तो मुझे आखिर क्यों रोका जा रहा है। पुलिस ने किसी नई परंपरा न शुरू करने का हवाला दिया। शंकराचार्य का कहना है कि यह कोई नई परंपरा नहीं है। परिक्रमा करने की हमारी परंपरा बहुत पुरानी है। पुलिस ने धारा 144 का भी हवाला दिया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि हमारे परिक्रमा से कोई अव्यवस्था नहीं होगी। हम प्रशासन का पूरा सहयोग करके अपने देवता का बाहर से ही परिक्रमा करेंगे।
पुलिस ने किया अनुरोध
एसीपी अवधेश पाण्डेय के अनुसार स्वामी जी से बातचीत की गई। उनसे अनुरोध किया गया है कि अभी न्यायालय का आदेश नहीं है। संवेदनशीलता बनी हुई है और धारा 144 भी लागू है। ऐसे में विश्वनाथ जी का दर्शन पूजन ही करें। परिक्रमा का फैसला टाल दें।
सुबह से ही घाट और गली में पहुंची पुलिस
शंकराचार्य के ऐलान के बाद से सोमवार की सुबह से ही गली और घाट की तरफ से पुलिस ने मठ को चौतरफा घेर लिया था। पूर्व निर्धारित समय पर जब अविमुक्तश्वरानंद सरस्वती ज्ञानवापी कूच करने के लिए निकले तो उन्हें मठ के पूर्वी द्वार पर ही पुलिस के अधिकारियों ने रोक लिया। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने अधिकारियों से जानना चाहता कि उन्हें क्यों रोका जा रहा है तो मौके पुर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ऊपर से आदेश है इसलिए आप को रोका जा रहा है।
एएसआई की रिपोर्ट से स्पष्ट
शंकराचार्य ने कहा कि एएसआई के रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया है कि ज्ञानवापी स्थित प्रांगण में मूल विश्वनाथ विराजे हैं। हम सनातनधर्मियों के सर्वोच्च प्रतिनिधि होने के नाते मूल विश्वनाथ का परिक्रमा कर उनको प्रणाम करना चाहते हैं। अगर प्रशासन कह रहा है कि धारा 144 लागू है तो हम केवल दो लोगों के साथ जाकर परिक्रमा कर लेंगे जिससे न्यायालय के आदेश एवं कानून व्यवस्था काउलंघन न हो लेकिन प्रशासन हमसे हमारा यह अधिकार भी छीनना चाह रहा है।
99999999999999999999
कृष्ण जन्मभूमि मामला : ईदगाह कॉम्प्लेक्स के सर्वे पर जारी रहेगी रोक
सुप्रीम कोर्ट ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा और इसके बगल में बनी ईदगाह को लेकर जारी भूमि विवाद पर अहम फैसला सुनाया है। शीर्ष अदालत ने सोमवार को कहा, फिलहाल ईदगाह कॉम्पलेक्स के सर्वे पर लगी रोक यानी स्टे ऑर्डर प्रभावी रहेगा। अदालत में न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को निरस्त करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि कमेटी ऑफ मैनेजमेंट ट्रस्ट शाही मस्जिद ईदगाह की तरफ से दायर याचिका पर आगे की सुनवाई अप्रैल के पहले हफ्ते में होगी।
000

