मौसम का मिलेगा सटीक पूर्वानुमान और आपदा का अलर्ट

इसरो लांच करेगा इनसेट-3 डीएस

नई दिल्ली। इसरो ने नया मौसम उपग्रह इनसेट-3 डीएस लांच करेगा। इस सैटेलाइट को श्रीहरिकोटा से लांच किया जाना है। नए सैटेलाइट को श्रीहरिकोटा भेज दिया गया है। इस सैटेलाइट को पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (एमओईएस) के लिए बेंगलुरु के यूआर राव सैटेलाइट सेंटर में विकसित किया गया है। इसरो ने एक बयान में कहा कि सैटेलाइट को मौसम संबंधी पूर्वानुमान और आपदा चेतावनी के लिए उन्नत तकनीकी से डिजाइन किया गया है। यह धरती के अलावा समुद्री सतह की भी निगरानी करेगा। इसरो के सीनियर अधिकारियों के अनुसार जीएसएलवी-एफ14 फरवरी के पहले सप्ताह में उड़ान भरने वाला है। इनसेट-3 डीएस मिशन इसरो और भारत मौसम विज्ञान विभाग के बीच सहयोग से प्लान किया गया है।

वेधशाला उपग्रहों की सीरीज

यह जलवायु सेवाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से जलवायु वेधशाला उपग्रहों की सीरीज का हिस्सा है। इसमें इनसेट-3 डीएस और इनसेट-3 डीडीआर सहित 3 और सैटेलाइट शामिल हैं। यह पहले से ही अपनी कक्षा में हैं। नए सैटेलाइट से मौसम की सटीक भविष्यवाणी, समुद्री तूफानों आदि की सही समय पर जानकारी मिल सकेगी।

सफल रहा है भारत का पहला सौर मिशन

बता दें कि आदित्य एल-1 के टेलीस्कोप सुईट को पहली बार 20 नवंबर 2023 को संचालित किया गया था। इसने 6 दिसंबर 2023 को अपनी पहली तस्वीर ली। यह टेलीस्कोप सूर्य के वायुमंडल का विस्तृत अवलोकन के लिए ग्यारह अलग-अलग फिल्टर का इस्तेमाल करता है। इससे सनस्पॉट, प्लेज क्षेत्र और शांत सूर्य जैसी विशेषताओं का पता चलता है। ये फिल्टर वैज्ञानिकों को चुंबकीय सौर वातावरण के गतिशील युग्मन और पृथ्वी की जलवायु पर सौर विकिरण के प्रभावों का अध्ययन करने में मदद करते हैं।

0000

प्रातिक्रिया दे