बिहार में नीतीश का खेला, भाजपा से मेल कर बनाई सरकार, रिकॉर्ड 9वीं ली सीएम पद की शपथ

–दो डिप्टी सीएम के साथ छह मंत्रियों ने ली शपथ

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे के साथ ही बिहार में 17 महीने पुरानी महागठबंधन सरकार का सुबह अंत हो गया है। नीतीश ने पाला बदला और एनडीए विधायक दल की बैठक में उन्हें नेता चुना गया। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने शाम को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शपथ ग्रहण में शामिल रहे। इसके साथ ही दो डिप्टी सीएम के साथ छह मंत्रियों ने भी शपथ ली।

पटना। जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर रविवार को शपथ ली। यहां राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कुमार के साथ भाजपा के नेताओं विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी एवं प्रेम कुमार और जद (यू) के विजेंद्र यादव एवं श्रवण कुमार ने भी मंत्रिपद की शपथ ली। इसके अलावा एचएएम के संतोष कुमार सुमन, सुमित कुमार सिंह (निर्दलीय) ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नयी सरकार में मंत्रिपद की शपथ ली। कांग्रेस ने उनकी तुलना ‘गिरगिट’ से की और कहा कि राज्य के लोग धोखा देने के इस विशेषज्ञ और उन्हें अपने इशारों पर नचा रहे लोगों को कभी माफ नहीं करेंगे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेन्द्र वी आर्लेकर को रविवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। कुमार ने दिन में यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन और विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन में उनके लिए ‘चीजें ठीक नहीं चल रही हैं।’ इसी के साथ उन्होंने भाजपा के सहयोग से नयी सरकार बनाने का दावा भी पेश किया था। लगभग डेढ़ साल पहले उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए। कुमार के पूर्व सहयोगी ‘राष्ट्रीय जनता दल’ (राजद) ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया, जबकि एक अन्य पूर्व सहयोगी कांग्रेस भी अनुपस्थित रही। जद (यू) सुप्रीमो ने 2000 में राज्य के मुख्यमंत्री पद की पहली बार शपथ ली थी, लेकिन उनकी सरकार एक सप्ताह के भीतर ही गिर गयी थी। उन्होंने मई 2014 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन आठ महीने बाद ही जीतन राम मांझी को हटाकर उन्होंने नवंबर 2015 में मुख्यमंत्री के रूप में वापसी की। उस समय जद(यू), राजद और कांग्रेस गठबंधन ने विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी। उन्होंने 2017 में भाजपा के साथ नयी सरकार बनाने के लिए इस्तीफा दे दिया था। वह 2020 के विधानसभा चुनाव में फिर मुख्यमंत्री बने। इस चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने जीत हासिल की थी, जबकि जदयू ने खराब प्रदर्शन किया था। बिहार विधानसभा में सदस्यों की संख्या 243 है।

इधर, बिहार में राजनीतिक उथलपुथल के बीच मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले जनता दल (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने कहा, कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक।

जातीय समीकरण

कुर्मी-2

भूमिहार-2

राजपूत-1

यादव-1

पिछड़ा-1

अति पिछड़ा-1

महादलित-1

इन नेताओं ने ली मंत्री पद की शपथ

विजय चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, प्रेम कुमार, श्रवण कुमार, संतोष कुमार सुमन (संतोश मांझी), सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। इन मंत्रियों में सबसे अधिक चर्चा एनडीए के घटक दल हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के संरक्षक जीतन राम मांझी ने बेटे संतोष कुमार सुमन की हुई। वे पिछले तीन दिन से चर्चा में थे। इनकी पार्टी से चार विधायक हैं। मंत्रियों की शपथ के बाद समारोह का समापन हो गया, अब एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला चल रहा है।

निर्दलीय विधायक का मंत्री पद बरकरार

मंत्री बनाए गए सुमित कुमार सिंह विधानसभा चुनाव 2020 में निर्दलीय विधायक चुने गए थे। इसके बाद वह एनडीए सरकार में मंत्री बने, फिर महागठबंधन सरकार में भी मंत्री रहे। अब एनडीए 2.0 में भी उनका मंत्री पर बरकरार रखा गया है।

नीतीश बोले- जल्द होगा मंत्रिमंडल विस्तार

शपथ ग्रहण समारोह के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम भाजपा के साथ पहले भी थे, बस बीच में कहीं चले गए थे। उन्होंने कहा कि हम बिहार के हित के लिए काम करते हैं। बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा। दोबारा दल बदलने के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि अब इधर-उधर जाने का कोई सवाल ही नहीं है।

पीएम मोदी ने दी बधाई

शपथ ग्रहण समारोह के समापन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स कर बधाई दी। उन्होंने एक्स कर लिखा- बिहार में बनी एनडीए सरकार राज्य के विकास और यहां के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बहुत-बहुत बधाई। मुझे विश्वास है कि यह टीम पूरे समर्पण भाव से राज्य के मेरे परिवारजनों की सेवा करेगी।

लोकसभा की सभी सीटें जीतेंगे

उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बिहार की 40 की 40 सीटें जीतेंगे। 2020 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव के पूरे परिवार को हराकर हम चुनाव जीतकर आए थे, आगे भी उन्हें हराएंगे।

खड़गे बोले- ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग

जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एक वक्त में इंडी गठबंधन के अगुवा बने नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं। पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे। जब मैंने लालू जी और तेजस्वी जी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं। अगर वह रुकना चाहता तो रुक जाता लेकिन वह जाना चाहता है। इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी, लेकिन इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। अगर हम कुछ गलत कहेंगे तो गलत संदेश जाएगा।

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