सोनी-जी समझौता टूटा, शेयर बाजार गिरा, निवेशकों के डूब गए 8.50 लाख करोड़!

—–सेंसेक्स 1053 अंक टूटकर 71000 अंक से नीचे फिसला

इंट्रो

सोनी और जी की मर्जर डील कैंसिल होने के बाद मंगलवार को शेयर बाजार धड़ाम हो गया। बीएसई सेंसेक्स 1,053 अंक लुढ़क कर 71,000 अंक के नीचे आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 330.15 अंक यानी 1.53 प्रतिशत लुढ़क कर 21,241.65 अंक पर बंद हुआ। सबसे ज्यादा जी एंटरटेनमेंट के शेयर में 30 फीसदी की गिरावट देखी गई। बाजार में गिरावट का असर दिखा और एक ही दिन में निवेशकों के 8.50 लाख करोड़ डूब गए।

मुंबई। स्पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के साथ वैश्विक स्तर पर मिले-जुले रुख के बीच सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाली कंपनियों एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसबीआई में बिकवाली से बाजार नीचे आया। कारोबारियों के अनुसार, कंपनियों के तिमाही परिणाम उम्मीद के अनुरूप नहीं रहने को लेकर चिंता के बीच बिकवाली दबाव देखने को मिला। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में करीब 450 अंक की बढ़त के साथ खुला। लेकिन बाद में यह 1,053.10 अंक यानी 1.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70,370.55 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह नीचे में 70,234.55 अंक तक आया, जबकि ऊंचे में 72,039.20 अंक तक गया। पचास शेयरों पर आधारित नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 330.15 अंक यानी 1.53 प्रतिशत लुढ़क कर 21,241.65 अंक पर बंद हुआ। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, अच्छी शुरुआत के बावजूद बाजार में अचानक से गिरावट शुरू हुई और यह अंत में नुकसान में रहा। इसका मुख्य कारण सूचकांक में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले खासकर वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में बिकवाली है। उन्होंने कहा, उच्च मूल्यांकन और कंपनियों के अबतक मिले-जुले वित्तीय परिणाम के साथ पश्चिम एशिया और लाल सागर में तनाव बढ़ने से निवेशकों ने हाल की तेजी के बाद मुनाफावसूली को तरजीह दी। कंपनियों के तिमाही परिणाम आने के साथ आने वाले दिनों में बाजार में शेयर केंद्रित गतिविधियां देखने को मिल सकती है। सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक सबसे ज्यादा 6.13 प्रतिशत नीचे आया। इसके अलावा एसबीआई (3.99 प्रतिशत), हिंदुस्तान यूनिलीवर (3.82 प्रतिशत), एक्सिस बैंक (3.41 प्रतिशत) और एचडीएफसी बैंक (3.23 प्रतिशत) में अच्छी-खासी गिरावट रही। दूसरी तरफ सन फार्मा, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक और पावरग्रिड बढ़त में रहे। इनमें 3.67 प्रतिशत तक की तेजी रही। टीसीएस और बजाज फिनसर्व भी लाभ में रहे। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 24 नुकसान में रहे। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लि. का खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, फिच के बयान से वैश्विक धारणा सतर्क हुई है। उसने कहा है कि लाल सगर में संकट बढ़ने से दक्षिण एशियाई अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित होगी। साथ ही समस्या लंबे समय तक बने रहने से भारत के आर्थिक अनुमान को लेकर काफी जोखिम है। एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहे। जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त में रहे थे। घरेलू शेयर बाजार 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के कारण बंद थे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बीएसई में शनिवार को सामान्य कारोबार हुआ था। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.40 प्रतिशत की गिरावट के साथ 79.74 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। वैश्विक संस्थागत निवेशकों ने शनिवार को 545.58 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। सेंसेक्स शनिवार को 259.58 अंक और निफ्टी 50.60 अंक टूटा था।

जी के शेयर 33 फीसदी गिरे

जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लि. का शेयर मंगलवार को लगभग 33 प्रतिशत लुढ़क गया। सोनी के प्रस्तावित विलय समझौता समाप्त करने की घोषणा के बाद कंपनी का शेयर नीचे आया है। इस बीच, निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक का एकल आधार पर शुद्ध लाभ दिसंबर, 2023 को समाप्त तीसरी तिमाही में चार प्रतिशत बढ़कर 6,071 करोड़ रुपये रहा।

10 अरब डॉलर की मर्जर डील टूटी

दो साल से चल रही सोनी ग्रुप और जी एंटरटेनमेंट के बीच 10 अरब डॉलर की मर्जर डील 22 जनवरी को टूट गई। डील समाप्‍त होने की जानकारी सोनी ने जी एंटरटेनमेंट को टर्मिनेशन लेटर भेजकर दी। जी एंटरटेंनमेंट इंटरप्राइजेज के सीईओ और एमडी पुनीत गोयनका को ये खबर तब मिली, जबकि वे राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए अयोध्‍या में थे।

बाजार में गिरावट के 3 प्रमुख कारण

00 एचडीएफसी बैंक के शेयर में 3.45 फीसदी की गिरावट रही। सेंसेक्स इंडेक्स में इसका वेटेज ज्यादा है, इस कारण मार्केट की गिरावट में इसका बड़ा योगदान रहा।

00 रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में 2फीसदी की गिरावट रही है। ब्रोकरेज फर्म सिटी स्टॉक को डाउनग्रेड किया है। इससे भी मार्केट टूटा।

00 विदेशी संस्थागत निवेशकों ने इस महीने अब तक 13 हजार करोड़ कि बिकवाली की है। इससे बाजार को नुकसान हुआ है।

भारत अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार

भारतीय शेयर बाजार अब दुनिया का चौथा सबसे बड़ा शेयर बाजार बन गया है। भारत ने हॉन्ग कॉन्ग के शेयर बाजार को पीछे छोड़ते हुए ये मुकाम हासिल किया है। ब्लूमबर्ग के जुटाए आंकड़ों के मुताबिक, हॉन्ग कॉन्ग शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों की कुल वैल्यू 4.29 लाख करोड़ डॉलर है, जबकि भारत के शेयर बाजार में लिस्टेड शेयरों की कुल मार्केट कैप 4.33 लाख करोड़ डॉलर हो गई है।

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