—रामलला की प्रतिमा गर्भ गृह के आसन पर की गई स्थापित
—200 किलो वजन की नई मूर्ति, रखने में लगे 4 घंटे
— 21 जनवरी तक चलेगा अनुष्ठान, 22 को प्राण प्रतिष्ठा
इंट्रो
राम मंदिर के गर्भगृह में 550 साल बाद आखिरकार रामलला अपनी जगह विराजमान हो गए हैं। गुरुवार को करीब 4 घंटे की विधिवत प्रक्रिया के बाद उनकी मूर्ति गर्भगृह में चबूतरे पर स्थापित कर दी गई हैद्ध मूर्ति की आंखों पर पट्टी बंधी है, जो 22 जनवरी को विधिवत प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान पूरा होने के बाद ही खोली जाएगी।
नई दिल्ली। अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के तीसरे दिन रामलला की मूर्ति को गर्भगृह में लाया गया। पुजारी अरुण दीक्षित ने बताया कि राम लल्ला की मूर्ति को बुधवार रात को गर्भगृह के अंदर लाया गया और तड़के ‘कलश पूजन’ किया गया। पुजारी ने बताया, रामलला की मूर्ति गर्भगृह में प्रवेश कराई गई है। यह ‘विराजमान’ (स्थापित) नहीं हैं। उन्होंने कहा, गुरुवार को ‘गणेश पूजन’ और ‘वरुण पूजन’ हुआ। 121 पुजारियों को उनके पूजा कार्य सौंपे गए और मंदिर परिसर में गर्भगृह के बाहर वास्तु पूजा हुई। दीक्षित ने कहा कि प्रतिमा को पानी में रखा गया, जिसे जलाधिवास कहा जाता है। राम मंदिर ट्रस्ट के अधिकारियों के अनुसार, अनुष्ठान 21 जनवरी तक जारी रहेंगे। राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ 22 जनवरी को दोपहर 12:20 बजे शुरू होगी और इसके दोपहर एक बजे तक समाप्त होने की उम्मीद है। प्राण प्रतिष्ठा के दौरान साइबर खतरों को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक उच्च स्तरीय साइबर एक्सपर्ट टीम को अयोध्या भेजा गया है। इसमें गृह मंत्रालय के 14सी सदस्य, आईबी और सीईआरटी-इन के अधिकारी और साइबर एक्सपर्ट शामिल हैं। अयोध्या में सुरक्षा की दृष्टि से यूपी एटीएस के कमांडो तैनात कर दिए गए हैं और चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है।
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तीसरे दिन गणेश-वरुण पूजन
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के लिए अनुष्ठान जारी है। अयोध्या राम मंदिर में तीसरे दिन का अनुष्ठान हुआ। इस दौरान गुरुवार को गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, चतुर्वेदो पुण्याह वाचन, मातृ का पूजन, सप्तधृत मातृका पूजन, आयुष्यमंत्र जप, नांदीश्राद्ध, आचार्यदिग्भ्रगवरण, मधुपर्क पूजन, मंडप प्रवेश आदि विधियां की गईं।
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रेलवे स्टेशनों पर समारोह का सीधा प्रसारण
पूरे देश के रेलवे स्टेशनों में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी। इसके लिए करीब 9000 स्क्रीन लगाई गई हैं।
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राम मंदिर में बनाया गया कपड़े का शिखर
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ से पहले राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है। मंदिर में कपड़े का शिखर बनाया गया है। रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पहले सड़क पर सौंदर्यीकरण जारी है। भगवान राम का एक कट-आउट लगाया गया
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प्राण प्रतिष्ठा के बाद पावन विग्रह के दर्शन
प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के पावन विग्रह के दर्शन किए जा सकेंगे। गुरुवार को मंत्रोच्चार विधि कर और पूजन विधि के साथ भगवान राम के इस विग्रह को आसन पर विराजित किया गया। इस दौरान मूर्तिकार योगीराज और कई संत भी मौजूद थे। अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। पूरा कार्यक्रम 40 मिनट का रहेगा। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी गर्भगृह में मौजूद रहेंगे।
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