-रेलवे ने दी जानकारी
नई दिल्ली। रेलवे सुरक्षा बल की महिला कर्मी इस वक्त चर्चा का विषय बनी हुईं हैं। रेलवे ने सोमवार को बताया कि सुरक्षा बल की महिला कर्मियों ने ट्रेन यात्रा के दौरान प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए हर संभव प्रयास किये और 206 की प्रसव में सहायता की। राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के अनुसार, केंद्रीय बलों में महिला कर्मियों की सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली आरपीएफ ऑपरेशन मातृशक्ति चलाती है, जो गर्भवती महिलाओं को प्रसव मंम सहायता प्रदान करती है। रेलवे ने 2023 के दौरान आरपीएफ और इसके विभिन्न अभियानों की उपलब्धियों को जारी करते हुए कहा, रेल संपत्ति की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन रेल सुरक्षा के तहत बल ने चोरी के 6,312 मामले दर्ज किए, जिनमें 12,099 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ 12.48 करोड़ रुपये की चोरी की गई रेलवे संपत्ति की बरामदगी की। ऑपरेशन उपलब्धि के तहत दलालों के खिलाफ भी आरपीएफ ने कार्रवाई की है। 5,544 दलालों को गिरफ्तार किया गया और उनके खिलाफ 5,207 मामले दर्ज किए गए। इसमें आईआरसीटीसी के 990 से अधिक अधिकृत एजेंटों के मामले शामिल हैं, जिन्होंने आरक्षित टिकटों को हथियाने में अवैध तरीकों का इस्तेमाल किया ।
क्या है ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते
रेलवे ने कहा, ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत बच्चों को बचाने की एक अन्य पहल में आरपीएफ ने 11,794 बच्चों को उनके परिवारों से दोबारा मिलने में मदद की। आरपीएफ ने मानव तस्करी के खिलाफ ऑपरेशन एक्शन के तहत 1,048 लोगों को मानव तस्करों के चंगुल से बचाया, मिशन जीवन रक्षा के तहत 3,719 लोगों की जान बचाई। ऑपरेशन नारकोस के तहत लगभग 40.32 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ बरामद किए और अपनी यात्रा के दौरान वास्तविक समय में सुरक्षा संबंधी सहायता मांगने वाली 2 लाख से अधिक कॉलों को अटेंड किया। रेलवे ने आगे बताया कि ऑपरेशन रेल प्रहरी के तहत, आरपीएफ अन्य पुलिस बलों/कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ट्रेनों से भागने वाले संदिग्धों को पकड़ने में सहायता करने के लिए अपनी यूएसपी का उपयोग करता है। 2023 के दौरान, 493 ऐसे संदिग्धों को आरपीएफ द्वारा पकड़ा गया और रेलवे क्षेत्र के बाहर उनके द्वारा किए गए अपराधों के लिए संबंधित एजेंसियों को सौंप दिया गया।
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