-गोवा के होटल पहुंची पुलिस
-मौका-ए-वारदात पर नहीं जाना चाहती थी सूचना
(फोटो : सूचना)
गोवा। अपने मासूम बेटे को बेरहमी के साथ कत्ल करने वाली कातिल मां सूचना सेठ इस वारदात पर चुप्पी साधे हुए है। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद से ही उसने वारदात के दिन के बारे में एक शब्द नहीं बोला है। वो जांच में भी सहयोग नहीं कर रही है। यही वजह है कि अब पुलिस ने उसकी काउंसलिंग की है। गोवा पुलिस के हवाले से पता चला है कि सूचना सेठ मौका-ए-वारदात यानी गोवा के उस होटल में भी जाने से इनकार कर रही थी, जहां उसने अपने बेटे को मौत की नींद सुला दिया था। असल में पुलिस वहां क्राइम सीन रिक्रिएशन करना चाहती है। लेकिन सूचना इसके लिए तैयार नहीं थी। वो अब होटल के उस कमरे में जाना ही नहीं चाहती थी।
सूचना की काउंसलिंग
जानकारी के मुताबिक, सूचना पुलिस को किसी भी तरह से जांच में सहयोग नहीं कर रही है। यही वजह है कि अब एक महिला पुलिस अधिकारी कलंगुट पुलिस थाने के पीआई के साथ मिलकर सूचना की काउंसलिंग की. हालांकि जिस दिन उस मासूम का कत्ल किया गया था, उस दिन के बारे में सूचना ने एक भी शब्द पुलिस को नहीं बताया है। लेकिन काउंसलिंग के बाद वो क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए तैयार हो गई। अब पुलिस उसे मौका-ए-वारदात पर लेकर पहुंची है।
मंगलवार को हुआ था मासूम की लाश का पोस्टमॉर्टम
मंगलवार को चित्रदुर्ग के सरकारी अस्पताल के मुर्दाघर में सूचना सेठ के चार साल के बेटे का पोस्टमॉर्टम हुआ. पोस्टमॉर्टम डॉक्टरों की एक टीम ने किया। शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे की मौत स्ट्रैंगुलेशन यानी गला घोंटे जाने या फिर स्मोदरिंग यानी सांस रोके जाने की वजह से हुई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे का कत्ल पोस्टमॉर्टम शुरू होने से लगभग 36 घंटे पहले किया गया था। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि बच्चे के जिस्म पर कहीं भी किसी तरह के चोट का कोई भी निशान नहीं है। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर कुमार नायक का कहना है कि बच्चे के कत्ल के लिए तकिया, तौलिया या किसी तार का इस्तेमाल हो सकता है।
कमरा नंबर 404 में मिले थे खून के निशान
अब इस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। सवाल ये कि जब बच्चे के जिस्म पर चोट या ज़ख़्म के कोई निशान ही नहीं, तो फिर होटल सोल बनयान ग्रैंडे होटल के रूम नंबर 404 जिसमें सूचना ठहरी थी, उसमें खून के धब्बे कहां से आए? कमरे के खून के धब्बे यानी ब्लड स्टेन का जिक्र खुद गोवा पुलिस ने भी किया था। तो रूम नंबर 404 में मिले खून के बूंदों की पहेली अब सुलझ चुकी है। इस पहेली को सुलझाने का काम सूचना सेठ के बांये हाथ की इस पट्टी ने किया है। एक तस्वीर उस वक्त की है, जब सूचना सेठ को गोवा पुलिस अदालत में पेश करने ले जा रही थी। तस्वीर में साफ है कि सूचना के बायें हाथ पर पट्टी बंधी है।
होटल स्टाफ ने दी थी पुलिस को इत्तिला
गोवा के डीजीपी जसपाल सिंह ने आज तक से बातचीत में कहा कि बेटे का क़त्ल करने के बाद सूचना ने कैंची से अपने बांये हाथ की कलाई काटने की कोशिश की थी। उसी कोशिश के दौरान खून रिसने लगा। कमरे में बरामद खून के वो बूंदें सूचना की ही थी। दरअसल, कमरे में पाई गई खून की वो बूंदें ही थीं, जिसने सबसे पहले होटल स्टाफ का ध्यान खींचा था। इसी के बाद होटल के स्टाफ ने पुलिस को इसकी खबर दी थी।
सुसाइड करना चाहती थी सूचना
गोवा से बेंगलुरु जाते वक्त कैब ड्राइवर के जरिए जब गोवा पुलिस ने सूचना से उसके कमरे में पाये गए खून की बूंदों के बारे में पूछा था, तब सूचना ने कुछ और ही कहानी सुनाई थी। गोवा पुलिस के मुताबिक तब उसने कहा था कि कमरे में मौजूद खून उसके पीरिएडस के चलते हैं। वो उसे साफ करने के लिए होटल स्टाफ को पैसे देने को भी तैयार है। लेकिन खून की सच्चाई तब सामने आई, जब सूचना को चित्रदुर्ग से गोवा लाया गया। बांये हाथ पर बंधी पट्टी के बारे में जब उससे पूछा गया, तब उसने पहली बार ये खुलासा किया कि बेटे की मौत के बाद कलाई की नसें काट कर वो भी मरना चाहती थी। लेकिन फिर हिम्मत नहीं हुई।
खून की डीएनए जांच
हालांकि एहतियात के तौर पर गोवा पुलिस ने कमरे से बरामद खून को डीएनए जांच के लिए भेज दिया है। ताकि ये पता चल सके कि खून सचमुच सूचना का ही है। हालांकि, दूसरी तरफ गोवा पुलिस के सूत्रों के मुताबिक सूचना इस बात से साफ इनकार कर रही है कि उसने अपने बच्चे का कत्ल किया है। उसका कहना है कि कब और कैसे उसके बच्चे का मुंह दब गया और उसकी सांस रुक गई, उसे नहीं मालूम।
रात साढ़े 12 बजे होटल से निकली थी सूचना
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हिसाब से सूचना के बेटे की मौत 7 जनवरी की रात 8 से 10 बजे के दरम्यान हुई। इस हिसाब से सूचना ने अपनी कलाई की नसें काटने की कोशिश भी लगभग उसी वक्त की थी। लेकिन फिर उसने खुदकुशी का इरादा छोड़ दिया। और उसी के बाद होटल से ही कैब बुक करा कर रात करीब साढ़े 12 बजे बेंगलुरु के लिए निकली थी। कैब ड्राइवर डिसूज़ा के मुताबिक, होटल पहुंचने के बाद जब उसने सूचना का बैग उठा कर इनोवा कार की डिग्गी में रखा, तभी उसे अहसास हो गया था कि बैग उसके अंदाज़े से कहीं ज्यादा वजनी है। उसने सूचना से पूछा भी तब सूचना ने कहा था कि बैग में एकस्ट्रा कपड़े और दूसरे सामान हैं। इसलिए भारी लग रहा है।
कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में पकड़ी गई सूचना
कैब ड्राइवर के मुताबिक उसे अहसास ही नहीं था कि जिस बैग को उठा कर उसने डिग्गी में रखा है, उसमें किसी बच्चे की लाश भी हो सकती है। बैग रखवाने के बाद सूचना पीछे वाली सीट पर बायीं तरफ बैठ गई। शुरुआत मं कुछ बातों के अलावा पूरे सफर में सूचना खामोश थी। अपने ही बैग में अपने ही बच्चे की लाश रख कर सूचना गोवा से बेंगलुरु जाते हुए रास्ते में ही पकड़ी गई। कायदे से कहें तो रंगे हाथों पकड़ी गई।
नफरत में किया मासूम बेटे का कत्ल
मगर इसके बावजूद अब भी बहुत से लोगों को ये यकीन नहीं हो रहा है कि एक मां अपने बच्चे को इस तरह मार कर उसकी लाश के साथ यूं सफर कर सकती है। उससे भी ज्यादा इस बात पर लोगों को यकीन नहीं आ रहा है कि एक पत्नी महज अपने पति से नफरत करने की खातिर अपने ही हाथों अपने बच्चे को मार सकती है। लेकिन अब तक की तफ्तीश में गोवा पुलिस ने जो कुछ पाया है उससे लगभग ये साफ हो जाता है कि सूचना ने सचमुच सिर्फ और सिर्फ पति से नफरत की खातिर ही अपने बच्चे को मार डाला.
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