‘न्याय यात्रा’ को मणिपुर में नहीं मिली ‘पूरी’ इजाजत

कांग्रेस को बड़ा झटका

6,713 किलोमीटर की यात्रा

66 दिनों तक चलेगी

110 जिलों से गुजरेगी

100 लोकसभा सीट

337 विधानसभा क्षेत्र

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की 14 जनवरी से शुरू हो रहे ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को झटका लगा है। मणिपुर सरकार ने इंफाल के ‘पैलेस ग्राउंड’ से ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ शुरू करने के लिये अनुमति देने से इंकार कर दिया है। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस यात्रा की शुरुआत के लिए इंफाल में किसी दूसरे स्थान का चुनाव करेगी। उन्होंने कहा, हम प्रतिबद्ध हैं कि मणिपुर और इंफाल से ही यात्रा शुरू करेंगे।

हाल ही में मणिपुर और असम का दौरा करने वाले वेणुगोपाल ने कहा, हमने पाया कि जमीन पर इस यात्रा को लेकर जबरदस्त माहौल है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तरह यह यात्रा भी बहुत सफल होने जा रही है। उन्होंने कहा,यह यात्रा देश और कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक है। हम देश के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ 14 जनवरी को इंफाल से शुरू होने वाली है और 20 मार्च को मुंबई में इसका समापन प्रस्तावित है।

यह लोकतंत्र की हत्या : कांग्रेस

कांग्रेस ने इंफाल ईस्ट जिले के हट्टा कांगजेइबुंग से ‘यात्रा’ शुरू करने के लिए आवेदन दिया है। मेगाचंद्र ने राज्य सरकार के फैसले पर कहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह लोकतंत्र की हत्या है और लोगों के अधिकारों का उल्लंघन है। प्रस्तावित स्थल भी एक सार्वजनिक मैदान है। एमपीसीसी प्रमुख की टिप्पणी मुख्यमंत्री के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को अनुमति देने पर ‘विचार’ किया जा रहा है और सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट मिलने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

14 से शुरू होगी यात्रा

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया था कि हम 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर से शुरू होगी। मुंबई में समाप्त होने से पहले देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस यात्रा के रूट में अब अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल किया गया है।

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