विराट कोहली मौजूदा समय के बेहतरीन बल्लेबाजों में एक हैं। लगातार मैचों में रन बनाने की आदत के कारण उन्हें रन मशीन कहा गया। रन चेज करने में कोहली के बराबर कोई नहीं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि पिछले कुछ समय से इस मशीन में जंग लग गया है। कोहली आईपीएल के मौजूदा सीजन में नौ मैचों के बाद भी एक अर्धशतक नहीं लगा सके हैं। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मंगलवार (26 अप्रैल) को तो उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव भी किया, लेकिन अपनी किस्मत को नहीं बदल सके। प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर नौ रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
हर खेल में हर महान खिलाड़ी के करियर में एक ऐसा समय आता है जब वह आउट ऑफ फॉर्म हो जाता है। क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर और रिकी पोंटिंग, फुटबॉल में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मेसी, टेनिस में रोजर फेडरर और राफेल नडाल से लेकर बैडमिंटन में साइना नेहवाल और पीवी सिंधू तक को इसका सामना करना पड़ा है। कोहली भी इससे बच नहीं सके।
विराट के बल्ले से पेशेवर क्रिकेट में पिछला शतक 23 नवंबर 2019 को निकला था। तब उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर डे-नाइट टेस्ट में शतक लगाया था। उसके बाद 100 से ज्यादा मैच हो चुके हैं, लेकिन विराट को बल्ला उठाकर दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करने का मौका नहीं मिला है। विराट ने आईपीएल 2016 में 973 रन बनाए थे। उसके बाद से आईपीएल के किसी एक सीजन में सिर्फ एक बार ही 500 से ज्यादा रन बना सके हैं।
कोहली के प्रदर्शन में गिरावट, छह साल में एक बार ही सीजन में 500 रन का आंकड़ा छू सके विराट

