चुराचांदपुर में संयुक्त तलाशी अभियान, हथियार बरामद

-मणिपुर में बीएसएफ, सुरक्षाबल का ज्वाइंट ऑपरेशन

इंफाल। हिंसाग्रस्त मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में बुधवार सुबह सुरक्षाबलों ने संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान हथियार बरामद किए गए। तलाशी अभियान में सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारी और जवान शामिल थे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार सुबह करीब 6 बजे से आठ बजे के बीच बीएसएफ, 5 सिख रेजिमेंट और मणिपुर पुलिस की एक संयुक्त टीम ने चुराचांदपुर जिले के लोनफाई गांव के पास लान्चिंग कोम्बी गांव के सामान्य क्षेत्र में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। ऑपरेशन के दौरान निम्नलिखित वस्तुएं बरामद की गईं। इस दौरान दो 9 मिमी के कार्बोइन मशीन गन और दो मैगजीन बरामद हुईं। बरामद सामान को मणिपुर पुलिस (चुरचांदपुर पुलिस स्टेशन) ने अपने कब्जे में ले लिया। जानकारी के मुताबिक संयुक्त तलाशी अभियान टीम में बीएसएफ, पांच सिख रेजिमेंट और मणिपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों सहित 50 से 55 जवान शामिल थे।

सुरक्षा बलों से लूटे गए हैं चार हजार हथियार

गौरतलब है, हाल में मणिपुर में जातीय झड़पों को पूर्वी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कलिता ने ‘राजनीतिक समस्या’ करार दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक सुरक्षा बलों से लूटे गए करीब चार हजार हथियार आम लोगों से बरामद नहीं हो जाते, तब तक हिंसा की घटनाएं जारी रहेंगी। पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ने यह भी कहा कि भारत मिजोरम और मणिपुर में आम ग्रामीणों, सेना या पुलिस सहित म्यांमार से शरण चाहने वाले किसी भी व्यक्ति को शरण दे रहा है, लेकिन उग्रवादी समूहों या मादक पदार्थों के तस्करों के सशस्त्र कैडरों को नहीं। उन्होंने कहा, जहां तक जमीनी स्थिति का सवाल है, भारतीय सेना का उद्देश्य शुरू में अपने घरों से विस्थापित हुए लोगों के लिए बचाव और राहत अभियान चलाना था।कलिता ने कहा, ‘इसके बाद, हम हिंसा को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, जिसमें हम काफी हद तक सफल रहे हैं। लेकिन दो समुदायों, मेइतेई और कुकी के बीच ध्रुवीकरण के कारण, यहां और वहां कुछ छिटपुट घटनाएं होती रहती हैं।’

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