प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम धामी से की बात, अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ प्रो. डिक्स उत्तरकाशी पहुंचे
नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद इसमें 41 मजदूर पिछले 9 दिन से फंसे हैं। इस बीच सोमवार को पहली सफलता हासिल करते हुए बचावकर्मियों ने 6 इंच का मोटा पाइप सुरंग में भेज दिया। वहीं डीआरडीओ के ‘दक्ष’ रोबोट से टनल के अंदर जीवन तलाशने की कोशिश होगी। अधिकारियों का कहना था कि टनल के अंदर मलबे के ऊपरी भाग की ओर जांच होगी। उत्तरकाशी टनल हादसे में रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बता दें कि सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर स्थिति का जायजा लिया था और हरसंभव मदद के लिए कहा।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के निदेशक अंशू मनीष खलखो ने बताया कि पहली सफलता मिल गई है और इसका प्रयास पिछले 9 दिन से किया जा रहा था। सुरंग में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए सोमवार को सुरंग में 5 तरफ से वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू हुई है। मजदूरों को बचाने में अलग-अलग एजेंसियां लगी हुई हैं। उनके लिए प्रार्थना भी हो रही है।
दवाईयां भेजी जाएंगी, हो सकेगी बात
अंशू खलखो ने बताया कि इस 6 इंच मोटे पाइप के जरिए मजदूरों तक खाने-पीने की चीजों के अलावा चिकित्सा आपूर्ति भी भेजी जा सकेगी। इस पाइप के जरिए मजदूरों से बात भी हो सकेगी और उनकी सेहत और उनकी स्थिति पर नजर रखना आसान होगा। बता दें कि
12 नवंबर की सुबह लगभग 5:00 बजे उत्तरकाशी में भूस्खलन के चलते सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग का एक हिस्सा अचानक ढह गया था, जिसमें 8 राज्यों के 41 मजदूर अंदर फंसे हुए हैं।
अब रोबोट का लिया जाएगा सहारा
श्रमिकों बचाने मैदान में उतरेगा रोबोट बता दें कि पिछले 9 दिनों से टनल के अंदर फंसे 41 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए बचाव दल के सभी प्लान फेल हो चुका है। ऐसे में अब बचाव दल ने ‘रोबोट’ का सहारा लेने का मन बना लिया है। डीआरडीओ के ‘दक्ष’ रोबोट से टनल के अंदर जीवन तलाशने की कोशिश की जाएगी।
6 इंच का नया पाइप 40 मीटर पार
टनल में खुदाई करने के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। टनल के अंदर ड्रिल करने की वजह से पाइप खराब हो गई थी। आनन-फानन में रेस्क्यू टीम ने नया पाइप से काम शुरू किया। सोमवार दोपहर को बचाव दल को सफलता हाथ लगी जब एक 6 इंच का नया पाइप टनल के अंदर 40 मीटर पार हो गया।
टनल के ऊपर पहुंची ड्रिलिंग मशीन
उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 लोगों को बाहर निकालने के लिए कई प्लान पर काम किया जा रहा है। टनल के अंदर ड्रिलिंग से लेकर अन्य विकल्पों पर ही विचार किया जा रहा है। बचाव दल की ओर से ड्रिलिंग के लिए प्लेटफार्म तैयार किया गया है। टनल में बड़कोट की ओर से खुदाई का काम शुरू किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है रेस्क्यू टीम को सफलता मिल सकती है। दूसरी ओर, पीएमओ की टीम भी मौके पर मौजूद है।
श्रमिकों के रिश्तेदारों का खर्च उठाएगी सरकार
उत्तराखंड सरकार उत्तरकाशी जिले में सिल्कयारा सुरंग में पिछले एक सप्ताह से भी अधिक समय से फंसे 41 श्रमिकों के रिश्तेदारों की यात्रा, भोजन और आवास का खर्च वहन करेगी। सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों को जल्द निकाले जाने का आश्वासन उनके परिवारों को देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा कि अधिकारियों को फंसे हुए श्रमिकों के रिश्तेदारों के साथ संपर्क में रहने के लिए कहा गया है ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
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