हत्याकांड में नया खुलासा
लखनऊ। पीएसी में तैनात इंस्पेक्टर सतीश कुमार सिंह की हत्या मामले में नया खुलासा हुआ है। पुलिस ने इंस्पेक्टर सतीश के साले देवेंद्र कुमार वर्मा और उनकी पत्नी भावना सिंह को गिरफ्तार किया है। घटना को अंजाम देने कि लिए पत्नी और साले मे मिलकर प्लान तैयार किया था. मगर, जिस समय इंस्पेक्टर को गोली मारी गई, उस समय पत्नी भावना और बेटी कार में ही बैठे थे।
पुलिस का कहना है कि पत्नी को पति की हत्या की पूरी जानकारी थी। पुलिस ने नहर से 32 बोर की पिस्टल भी बरामद की है, जिससे सतीश को साले ने गोली मारी थी। आरोप है कि इंस्पेक्टर सतीश सिंह की कई अन्य महिलाओं से अवैध रिश्ते थे। इन रिश्तों के चलते लगातार भावना और सतीश सिंह के बीच झगड़ा होता रहता था। भावना को परेशान देखकर भाई देवेंद्र वर्मा ने इंस्पेक्टर की हत्या का प्लान बनाया था।
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इंस्पेक्टर की कार में लगाया था जीपीएस ट्रैकर
घटना वाली रात इंस्पेक्टर की लोकेशन को ट्रैक करने के लिए पहले से आरोपी साले ने इंस्पेक्टर की कार में जीपीएस ट्रैकर लगा दिया था। इसके बाद जीपीएस ट्रैकर लगाकर अपने मोबाइल से कनेक्ट कर लिया था। इससे वह अपने मोबाइल पर इंस्पेक्टर की गाड़ी का लोकेशन ट्रैक कर रहा था। वहीं, घटना वाली रात इंस्पेक्टर को परिवार के अन्य लोगों से अलग कर अकेले लाने का प्लान पत्नी भावना सिंह ने ही रची थी।
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पुलिस को गुमराह करने
पुलिस को गुमराह करने के लिए साले ने साइकिल खरीदी और टीशर्ट पहनकर घटना को अंजाम दिया और मौके से फरार हो गया। रास्ते में साइकिल और कपड़े भी फेंक दिए। फिर सर्विलांस से बचने के लिए आरोपी ने अपना मोबाइल घर पर छोड़ दिया। इसके बाद घर पर मौजूद भांजे से ऑनलाइन फूड डिलीवरी करवा रहा था. ताकि लोकेशन घटनास्थल पर न मिले।
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जांच के दौरान खंगाले 400सीसीटीवी
बता दें कि इंस्पेक्टर की हत्या के खुलासा के लिए पुलिस की पांच टीमें लगी थी। इस दौरान पुलिस की टीमें 10 किलोमीटर के दायरे में 400 सीसीटीवी खंगाले। इसके बाद ही आरोपी को ट्रैक करने में कामयाबी मिली। पुलिस के मुताबिक, हत्या के समय 5 राउंड गोलियां चली थी, जिसमें दो गोलियां इंस्पेक्टर के पेट में, एक हाथ में और एक गले में लगी थी। पुलिस के हाथ घटना के वक्त का सीसीटीवी फुटेज लगा।
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इंस्पेक्टर के भाई के घर लगे सीसीटीवी में हुई थी वॉयस रिकॉर्डिंग
ये सीसीटीवी मृतक इंस्पेक्टर सतीश सिंह के भाई के घर पर लगा था। सीसीटीवी फुटेज की वॉयस रिकॉर्डिंग से 5 राउंड गोली चलने की बात सामने आई है। गोली चलने के 1 मिनट (65 सेकेंड) बाद इंस्पेक्टर की पत्नी के चिल्लाने की आवाज रिकॉर्ड हुई। हालांकि, आरोपी का चेहरा रिकॉर्ड नहीं हो सका। इसी के बाद से लखनऊ पुलिस वॉयस रिकॉर्डिंग सहित अन्य साक्ष्य लेकर आरोपी की तलाश में जुटी थी।
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