अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में पीएम मोदी को न्योते पर बवाल

निमंत्रण एक ही पार्टी को दिए गए हैं, क्या भगवान एक पार्टी तक सीमित?

विपक्षी दलों ने खड़े किए सवाल, सभी को न्योता देने की मांग की

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय हो चुकी है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर साढ़े 12 बजे से शुरू होगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी शामिल होंगे। राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए हाल में न्योता भेजा है। प्रधानमंत्री को इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में निमंत्रण दिए जाने पर विपक्षियों ने सवाल खड़े किए हैं। विपक्षी दलों का कहना है, निमंत्रण एक ही पार्टी को दिए गए हैं, क्या भगवान एक पार्टी तक सीमित हैं? यह न्योता सभी के लिए होना चाहिए।


सिर्फ एक पार्टी का कार्यक्रम बनाया जा रहा : कांग्रेस

श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों द्वारा पीएम मोदी को निमंत्रित करने पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद उठाए हैं। अपने एक बयान में उन्होंने कहा कि ‘क्या निमंत्रण सिर्फ एक पार्टी को जा रहा है? कार्यक्रम में कौन पहुंचेगा और कौन नहीं, इस पर टिप्पणी नहीं की जा सकती, लेकिन अब क्या भगवान एक ही पार्टी तक सीमित हैं? उन्होंने कहा कि निमंत्रण सभी के लिए होना चाहिए, लेकिन इसे सिर्फ एक पार्टी का कार्यक्रम बनाया जा रहा है। क्या यह एक पार्टी का कार्यक्रम है या सिर्फ किसी एक व्यक्ति से संबंधित है? इस दौरान खुर्शीद ने मांग रखी की श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण सभी को भेजा जाना चाहिए था।’

राम मंदिर को अपना मंदिर बताने में जुटी भाजपा : कमलनाथ

सिवनी में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि राम मंदिर क्या भाजपा का मंदिर है। राम मंदिर पूरे देश का है, सनातनियों का है। सनातन धर्म का बहुत बड़ा चिन्ह है। भाजपा राम मंदिर को अपना मंदिर बताने में जुटी है।

ये चुनाव की तैयारी है : शिवसेना

पीएम मोदी को आमंत्रण पर शिवसेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने चुटकी लेते हुए कहा है कि पीएम मोदी को निमंत्रित करने की कोई जरूरत नहीं हैं। वो खुद इतने बड़े कार्यक्रम से दूर नहीं रह सकते। राउत ने कहा कि राम मंदिर तो बनना ही था, हजारों कारसेवकों ने मंदिर के लिए अपनी जान दी है। इसमें तमाम हिंदूवादी संगठन और पार्टियां शामिल थीं, शिव सेना, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद भी थे। लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी, इन सबका नतीजा है कि राम मंदिर बन रहा है। इसीलिए पीएम मोदी जाएंगे और पूजा-अर्चना करेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि ये चुनाव की तैयारी है।

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सभी सवालों का जवाब 22 जनवरी : भाजपा

विपक्षी खेमे द्वारा उठाए सवालों का जवाब देते हुए उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि 22 जनवरी 2024 उन सभी सवालों का जवाब है, जो मंदिर निर्माण के लेकर उठाए गए। उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निमंत्रण पर, पीएम मोदी 22 जनवरी 2024 को अयोध्या पहुंच रहे हैं। तुष्टीकरण की राजनीति के कारण, भगवान राम को पौराणिक कहा गया। चाहे कांग्रेस हो या कोई भी राजनीतिक दल जिसने राम मंदिर निर्माण का विरोध किया। उन सभी का जवाब 22 जनवरी 2024 है।

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