नई दिल्ली। इजराइल और हमास में चल रहे युद्ध के बीच इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों को ‘ऑपरेशन अजय’ के तहत बचाने का काम शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत 212 भारतीय नागरिकों को लेकर पहली फ्लाइट शुक्रवार को इजराइल के बेन गुरियन हवाई अड्डे से दिल्ली पहुंची। स्वदेश लौटे भारतीयों ने कहा कि उनके कान में अभी भी हवाई हमले से सतर्क करने वाले सायरन, रॉकेट दागने की आवाजें और चीख-पुकार गूंज रही है। उधर, इजराइल ने 24 घंटे के भीतर गाजा पट्टी खाली करने की चेतावनी दे दी है। इजराइल की चेतावनी को संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी बेमानी माना है। इधर, फलीस्तीन के समर्थन में अनेक मुस्लिम देशों में प्रदर्शन हुए वहीं फलीस्तीन के लोग सामूहिक रूप से इजराइल में घुसने रवाना हो गए हैं।
इजराइल से सुरक्षित भारत पहुंचे लोगों का केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने स्वागत किया। घर लौटने की खुशी और बीते कुछ दिनों से आंखों के सामने से गुजरे डरावने मंजर से सहमे करीब 200 भारतीयों का पहला जत्था एक चार्टर्ड विमान से शुक्रवार को तड़के यहां दिल्ली पहुंच गया। इजराइल से लौटे भारतीयों ने वहां के खौफनाक मंजर का जो वर्णन किया उसे सुनकर लोगों के दिल दहल गए। वहां से लौटे लोगों ने कहा हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इजराइल में भारतीय दूतावास के आभारी हैं।
भारतीयों को सुरक्षित निकालना सराहनीय कदम
इजराइल में 2019 से रह रहे शोधकर्ता शाश्वत सिंह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली पहुंचे। उन्होंने बतायाहम मध्य इजराइल में रहते हैं। मुझे नहीं पता कि यह संघर्ष क्या रूप लेगा। सिंह ने कहा कि उन सायरन की आवाज और बीते कुछ दिनों के भयावह अनुभव अभी भी उन्हें डरा रहे हैं। सिंह ने कहा, ”भारतीयों को सुरक्षित निकालना एक सराहनीय कदम है। हमें उम्मीद है कि शांति बहाल होगी और हम काम पर वापस लौटेंगे।
सायरन बजते ही छुपो, शिविरों में रहे
घर वापस आने वाले कई विद्यार्थियों ने उन दिनों व डरावनी रातों को याद किया। छात्र सुपर्नो घोष ने कहा कि सायरन की आवाज सुनते ही जो जहां है उसे वहीं कहीं भी सुरक्षित जगह पर छुप जाना हाेता था। अच्छी बात यह थी कि इजराइली सरकार ने हर जगह शिविर बनाए हुए थे, इसलिए हम सुरक्षित थे।
सभी भारतीयों को वापस लाया जाएगा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इजराइल में फिलहाल करीब 18 हजार भारतीय जबकि वेस्ट बैंक में करीब एक दर्जन और गाजा में तीन से चार भारतीय रह रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भारतीयों को सुरक्षित लाने के लिए पंजीकरण शुरू कर दिया है। इजरायल में लोग दूतावास से वापसी से संबंधित जरूरी जानकारी ले सकते हैं।
पिछले 50 वर्षों में सबसे घातक हमला
दक्षिणी इजराइल में शनिवार को सुबह हमास द्वारा अचानक किए गए ताबड़तोड़ हमलों से इजराइल दहल उठा था। इजराइल में कम से कम 700 लोगों की मौत और 2100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इजराइल और हमास के बीच इस संघर्ष को पिछले 50 वर्षों में सबसे घातक माना जा रहा है।
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इजरायल में 18,000 भारतीय मूल के लोग
इजरायल में युद्ध शुरू होने के बाद एयर इंडिया ने इजरायल के लिए सभी उड़ानों को बंद कर दिया था, जिसके बाद अधिकतर भारतीय वहीं फंस गए। इजरायल में भारतीय मूल के 18,000 लोग रहते हैं। फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक में 14 और गाजा पट्टी में 3-4 भारतीय फंसे हैं। इजराइली अधिकारी उन्हें एहतियात बरतने के दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
इजराइल ने 24 घंटे में गाजा सिटी खाली करने कहा
यरुशलम। इजराइल की सेना ने गाजा सिटी में रहने वाले हजारों लोगों को वहां से चले जाने का शुक्रवार को निर्देश दिया, जिससे बाद क्षेत्र में इजराइल की ओर से जमीनी कार्रवाई किए जाने की आशंका तेज हो गई है। बता दें कि उत्तरी गाजा में 11 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं। इजराइल ने अपने निर्देश में आरोप लगाया है कि हमास के आतंकवादी गाजा सिटी में सुरंगों में छिपे हुए हैं। संघर्ष का आज सातवां दिन है। इजराइली सेना के इस आदेश में गाजा सिटी के नागरिकों को गाजा पट्टी में सुदूर दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा गया है। फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने शनिवार को इजराइल पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे, जिसके बाद से यह जंग शुरू हुई है।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा- इजराइल आदेश रद्द करे
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि इजराइल ने एक व्यापक निकासी आदेश जारी किया है जिसमें गाजा की आधी आबादी को 24 घंटे के भीतर क्षेत्र के दक्षिण की ओर जाने के लिए कहा गया है। दुजारिक ने कहा संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि यह असंभव है कि ऐसा अभियान बिना मानवीय त्रासदी के पूरा हो जाए। उन्होंने कहा संयुक्त राष्ट्र इस प्रकार के किसी भी आदेश को रद्द करने की अपील करता है ताकि पहले से ही विनाशकारी हालात को और बिगड़ने से रोका जा सके।
बंधकों को नहीं छोड़ा तो भूखा-प्यासा रखेंगे
इजराइल के ऊर्जा मंत्री इजराइल काट्ज ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया जब तक बंधकों को रिहा नहीं किया जाता, तब बिजली का एक स्विच भी ऑन नहीं किया जाएगा, एक नल नहीं खोला जाएगा, ईंधन का एक भी ट्रक गाजा में दाखिल नहीं होगा।
इजराइल का कहना है कि उसके क्षेत्र के अंदर लगभग 1,500 हमास आतंकवादी मारे गए, और गाजा के अंदर हमास के सैकड़ों लोग मारे गए हैं।
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