-25 हजार लोग एक समय में एम्फीथिएटर में देख सकेंगे इस मेगा फाउंटेन को
-20 एकड़ में बनेगा कमल के आकार का यह फव्वारा गुप्तार घाट से नया घाट तक
अयोध्या। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर परिसर के पास 100 करोड़ रुपये का एक मेगा ‘मल्टीमीडिया शो फव्वारा बनाने की योजना लेकर आई है। लगभग 25,000 लोग एक समय में एम्फीथिएटर शैली की बैठने की व्यवस्था में इस मेगा फाउंटेन को देख सकेंगे। योजना के अनुसार, गुप्तार घाट से नया घाट तक 20 एकड़ में कमल के आकार का फव्वारा बनाने की कल्पना की गई है और यह 50 मीटर तक पानी को ऊपर फेंकेगा। यह फव्वारा परिसर वास्तव में दिव्य और आध्यात्मिक अनुभव देने के लिए बनाया जाएगा, जो श्रीराम मंदिर की भव्यता को और बढ़ाएगा।
डिजाइन
फव्वारे का वास्तुशिल्प डिजाइन कमल के सुंदर रूप की तरह होगा, जो भारत का राष्ट्रीय फूल है। यह भारतीय संस्कृति के मुताबिक है। इस प्रतिष्ठित प्राकृतिक तत्व कमल को फव्वारे की डिजाइन में शामिल करने से भारत की पहचान और विरासत के साथ एक मजबूत और दिल का लगाव कायम होता है। फव्वारे के डिजाइन में हिंदू धर्म की सात पवित्र नदियों- गंगा, यमुना, सरस्वती, सिन्धु, नर्मदा, गोदावरी और कावेरी के प्रतीक के रूप में कमल से प्रेरित सात पंखुड़ियां शामिल हैं। दस्तावेजों में कहा गया है कि फव्वारे में केंद्रीय फूल बनाने वाली सात पंखुड़ियां भगवान विष्णु के सातवें अवतार भगवान राम का प्रतीक हैं।
फव्वारे के सभी सात प्रवेश द्वार हिंदू धर्म की सात पवित्र नदियों का प्रतीक होंगे और आगंतुकों के बैठने के लिए फव्वारे के चारों ओर उपलब्ध एम्फीथिएटर को सात खंडों में बांटा जाएगा। फव्वारा कमल के आकार की पंखुड़ियों के तीन स्तरों से बनने वाला है। पंखुड़ियों के हर स्तर के शीर्ष पर स्प्रे से पानी के विशाल बादल बन जाएंगे, जो फव्वारे में एक शाही रंग-रूप देंगे। पंखुड़ियों के किनारों पर बहता पानी सीढ़ीदार झरने बनाएगा।
दर्शकों का अनुभव
दस्तावेज में कहा गया है कि केंद्रीय पूल पूरे फव्वारा परिसर का केंद्र बिंदु है और उसका व्यास 100 मीटर है। यहां पर पानी, रोशनी और आवाज को मिलाकर मल्टीमीडिया शो चलेगा। इस पूल के सात प्रवेश द्वारों पर पानी की सुरंगें होंगी, जो अपने मनमोहक आकर्षण के साथ लोगों को केंद्रीय पूल की ओर आकर्षित करेंगी
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