-अलग-अलग घटनाओं में दो की मौत, 50 घायल
(फोटो : मणिपुर)
इंफाल (मणिपुर), एजेंसी। मणिपुर में बीते कई महीनों से हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। कुकी और मैतेई समुदाय के बीच तनातनी का माहौल है। सुरक्षा और हथियारबंद लोगों के बीच में अक्सर गोलीबारी की घटनाएं सामने आती हैं। वहीं, अब मणिपुर के तेंगनौपाल जिले के पल्लेल इलाके में शुक्रवार तड़के से सुरक्षा बलों और हथियारबंद लोगों के बीच गोलीबारी की सूचना मिली है। इसकी जानकारी अधिकारियों ने दी है। अधिकारियों के मुताबिक गोलीबारी सुबह करीब छह बजे शुरू हुई और रुक-रुक कर जारी है। उन्होंने बताया कि फिलहाल किसी के घायल होने या हताहत होने की कोई खबर नहीं है। सुरक्षा बल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि इलाके में तनाव व्याप्त है और आरएएफ, असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस के जवानों सहित सुरक्षा बलों ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।
पुलिस से झड़प, दो की मौत
मणिपुर के तेंगनौपाल जिले के पैलेल में दो अलग-अलग गोलीबारियों में दो की मौत तो वहीं 50 अन्य घायल हो गए। घायलों में चार को गोली लगी है। पुलिस ने बताया कि पैलेल में अज्ञात पुरुषों के दो समूहों के बीच गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। गोलीबारी की घटना के बारे में सुनकर थौबल और काकचिन जिले से बड़ी संख्या में लोगों का एक झुण्ड पैलेल पहुंचा, लेकिन असम राइफल्स के जवानों ने उन्हें रोक लिया। दो समूहों के बीच इस झड़प में एक 48 वर्षीय व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई। स्थिति को शांत करने के लिए असम राइफल्स के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसके बाद करीब 50 महिलाएं घायल हुई। घायलों में असम राइफल्स के जवान भी शामिल हैं।
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मई से भड़की है जातीय हिंसा
3 मई को मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के बाद से 160 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि नागा और कुकी सहित आदिवासी 40 प्रतिशत हैं और ज्यादातर पहाड़ी जिले में रहते हैं।

