—- जी20 शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे नाइजीरिया के राष्ट्रपति, मॉरीशस के पीएम
–9-10 सितंबर को प्रगति मैदान के अत्याधुनिक भारत मंडपम कन्वेंशन सेंटर में सम्मेलन
–सम्मेलन से पहले व्हाइट हाउस ने जारी किया बयान, पीएम मोदी की सराहना की
इंट्रो
9-10 सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली में मंच सज चुका है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जापान के पीएम फिमियो किशिदो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति समेत दुनिया के 20 देशों के नेता शुक्रवार से तीन दिनों के लिए दिल्ली में होंगे। इस दौरान अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, बुनियादी ढांचे, सतत विकास समेत तमाम बड़े मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
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नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन में आने वाले नेताओं के स्वागत के लिए पूरी दिल्ली सज गई है। सुरक्षा से लेकर यातायात और इमरजेंसी हालातों से निपटने के लिए तमाम उपाए किए गए हैं। दिल्ली की सड़कों को पेंटिंग, प्रतिमाओं, फव्वारों और पौधों से सजाया गया है। इस बीच, जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल होने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन के नयी दिल्ली प्रस्थान करने से पहले व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भारत इस वैश्विक आयोजन की सफल मेजबानी करे। भारत 9 और 10 सितंबर को नयी दिल्ली में वार्षिक जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है। जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 80 वर्षीय बाइडन बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली जाएंगे। बाइडन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक में भाग लेंगे और शनिवार तथा रविवार को सम्मेलन के आधिकारिक सत्रों में हिस्सा लेंगे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां-पियरे ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम इस वर्ष जी-20 के नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हैं और हम यह सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि भारत इस साल एक सफल सम्मेलन की मेजबानी करे।उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, इसलिए यह हमारी प्रतिबद्धता बनी रहेगी। जून में प्रधानमंत्री मोदी की यहां की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति (बाइडन) और प्रधानमंत्री ने शिखर सम्मेलन में साझा प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए अपना दृढ़ संकल्प साझा किया था। ज्यां-पियरे ने कहा, राष्ट्रपति इन मुद्दों को (साझा प्राथमिकताओं को) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ मिलकर आगे बढ़ाने को लेकर उत्सुक हैं। मोदी के साथ बाइडन की द्विपक्षीय बैठक पर उन्होंने कहा, जैसे-जैसे हम शिखर सम्मेलन में शामिल होने के करीब पहुंच रहे हैं, हमारे पास साझा करने के लिए और भी बहुत कुछ होगा। हम इसे एक सफल शिखर सम्मेलन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे पास साझा करने के लिए निश्चित रूप से अधिक जानकारी होगी।’
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आज पहुंचेंगे राष्ट्राध्यक्ष
यूके पीएम ऋषि सुनक दोपहर 1:20 बजे
जापान पीएम किशिदा फूमियो दोपहर 2:15 बजे
रूस विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव दोपहर 2:35 बजे
आस्ट्रेलिया पीएम एंथनी अलबनीज शाम 6:15 बजे
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शाम 6:40 बजे
चीन पीएम ली कियांग शाम 7:55 बजे
ब्राजील राष्ट्रपति लुईज इनैसियो लुला जा सिल्वा रात 9:45 बजे
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो रात 10 बजे
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मोदी बोले- यह जन आंदोलन का स्वरूप
इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की अध्यक्षता में हो रहे जी-20 शिखर सम्मेलन को एक ‘जन आंदोलन’ का स्वरूप करार दिया। उन्होंने कहा कि उसके नेतृत्व में हो रहे इस आयोजन में विभाजन को पाटने, बाधाओं को दूर करने और सहयोग को गहरा करने का प्रयास है। इसके पीछे एक ऐसी दुनिया के निर्माण की भावना है जहां एकता हर मतभेद से ऊपर हो और जहां साझा लक्ष्य अलगाव की सोच को खत्म कर दे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि हमने कार्यों और स्पष्ट परिणामों के साथ अपने संकल्प पूरे किए हैं। उन्होंने कहा कि इसी सोच के साथ भारत ने ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट’ का भी आयोजन किया था जिसमें 125 देश भागीदार बने। उन्होंने कहा, यह भारत की अध्यक्षता के तहत की गई सबसे महत्वपूर्ण पहलों में से एक रही। यह ग्लोबल साउथ के देशों से उनके विचार, उनके अनुभव जानने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
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आएंगे दुनिया के सबसे अमीर नेता भी
सम्मेलन में भाग लेने वाले दुनिया के सबसे अमीर नेताओं की लिस्ट में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान टॉप पर हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान काफी लग्जरी लाइफ जीते हैं। अकूत दौलत, लग्जरी गाड़ियां, आलीशान महल और शाही जहाज समेत उनकी लाइफस्टाइल हमेशा चर्चा का विषय रहती है। अमेरिकी मैगजीन फोर्ब्स के मुताबिक, सऊदी क्राउन प्रिंस की संपत्ति 8 बिलियन डॉलर से अधिक है। ऐसे में वे जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले दुनिया के सबसे अमीर नेता है।
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जी-20 में ये देश
जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूके और यूएस और यूरोपीय यूनियन (27 सदस्य) शामिल हैं।
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यूक्रेन युद्ध की छाया
जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस और चीन के राष्ट्राध्यक्ष शामिल नहीं हो रहे हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति और यूक्रेन युद्ध को लेकर मतभेद का बड़ा असर पूरे सम्मेलन पर देखने को मिलेगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे, लेकिन सम्मेलन पर उनके और रूस-यूक्रेन युद्ध का असर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अनुपस्थिति से भी अधिक होने की आशंका है।
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घर से काम करने की सलाह
इधर, जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर प्रशासन ने गुरुवार को परामर्श जारी करते हुए कॉर्पोरेट एवं निजी संस्थानों को आठ सितंबर को घर से काम करने का सुझााव दिया। जी20 शिखर सम्मेलन की बैठक शनिवार और रविवार को नई दिल्ली में होने जा रही है। जिला मजिस्ट्रेट और उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा, सभी कॉर्पोरेट एवं निजी संस्थानों को सुझाव दिया गया है कि वे अपने सभी कर्मचारियों को आठ सितंबर (शुक्रवार) को घर से काम करने का निर्देश जारी करें।
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