-नशा मुक्त बनेगा पंजाब: बच्ची में नशे के खिलाफ जंग छेड़ने का जज्बा
(फोटो : एसएचओ)
पठानकोट। पठानकोट के एक निजी स्कूल की छात्रा में नशे के खिलाफ जंग छेड़ने का जज्बा देख जिले की एसएचओ इतनी प्रभावित हुईं कि उन्होंने छात्रा को सैल्यूट कर उसे एक दिन के लिए अपनी कुर्सी पर बिठा दिया। बटाला निवासी छात्रा सुगंधि पुलिस अफसर बनकर पंजाब में फैले नशे के जाल को जड़ से खत्म करना चाहती है। पठानकोट पुलिस विभाग की ओर से चलाई जा रही नशा विरोधी मुहिम के तहत ”नशा मुक्त समाज” विषय पर आयोजित निबंध लेखन प्रतियोगिता में छात्रा ने प्रथम स्थान हासिल किया है। इसी के मद्देनजर जब छात्रा से उसका लक्ष्य पूछा गया तो उसने पुलिस अफसर बनकर पंजाब में फैले नशे को जड़ से खत्म करने का प्रण दोहराया। इस पर एसएचओ हरप्रीत कौर बाजवा ने छात्रा को थाने में बुलाकर सम्मानित करते हुए उसे अपनी कुर्सी पर बिठाकर एक दिन के लिए एसएचओ बना दिया।
बच्चों में आता है आत्मविश्वास
पठानकोट पुलिस विभाग की एसएचओ हरप्रीत कौर बाजवा ने बताया कि इस तरह एक्टिविटी से बच्चों में अपने लक्ष्य को पाने के लिए आत्मविश्वास आता है। छात्रा सुगंधि एक निजी स्कूल में आठवीं में पढ़ती है। उसे एक दिन के लिए स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) के पद बिठाया। छात्रा पुलिस अफसर बनना चाहती है, इसलिए उसे बताया गया कि किस तरह वह अफसर बनकर अपनी कार्यप्रणाली को आगे बढ़ाएगी। पुलिस अधिकारियों ने छात्रा को नशा तस्करों से निपटने के लिए पुलिस विभाग में आने वाली चुनौतियों से अवगत कराया। एसएसपी हरकमल प्रीत सिंह खख ने बच्ची सुगंधि के जज्बे को सराहते हुए उसे भविष्य के शुभकामनाएं दीं।
पुलिस स्टेशन की कार्यप्रणाली के बारे में जाना
एक दिन के लिए एसएचओ बनी सुगंधि ने बताया कि उसे स्टेशन हाउस अधिकारी बनकर बहुत अच्छा लगा। पुलिस अधिकारियों के साथ निकटता से बातचीत करने का मौका मिला। पुलिस स्टेशन की आंतरिक कार्यप्रणाली के बारे में जाना। आपराधिक घटनाओं के लिए एफआईआर दर्ज करने के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। हेल्पलाइन 112, 1930 और 181 जैसी आवश्यक सेवाओं के बारे में भी जाना। एसएसपी खख ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई एक साझा जिम्मेदारी है। हर उम्र के व्यक्ति को नशा मुक्त समाज बनाने में योगदान देना चाहिए।
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