आधा दर्जन राज्यों में बारिश का कहर, गुजरात के रिहायशी इलाकों में घुसे शेर

—उत्तराखंड और हिमाचल की भारी बारिश ने बढ़ाया दिल्लीवासियों का संकट

—यमुना के बाद हिंडन नदी में बाढ़, दिल्ली के कई इलाकों में घुसा पानी

–केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने दिल्ली के एलजी से की बात

इंट्रो

महाराष्ट्र, गुजरात और जम्मू-कश्मीर इन दिनों भारी बारिश का सामना कर रहे हैं। दोनों राज्यों के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। हजारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। इस बीच, दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर उफान पर है, जिससे दिल्ली-एनसीआर के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर रविवार को एक बार फिर खतरे के निशान के पार चला गया। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर बढ़ गया है। अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में वृद्धि से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है। राजस्व मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हथिनीकुंड बैराज से यमुना नदी में दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ के खतरे के मद्देनजर दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है। उन्होंने आशंका जताई थी कि अगर जलस्तर 206.7 मीटर तक पहुंचता है, तो यमुना खादर के कुछ हिस्से जलमग्न हो सकते हैं। यमुना का जलस्तर पिछले कुछ दिनों से 205.33 मीटर के खतरे के निशान के आसपास है। 13 जुलाई को यह रिकॉर्ड 208.66 मीटर पर पहुंच गया था। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, यमुना का जलस्तर शनिवार रात 10 बजे 205.02 मीटर से बढ़कर रविवार सुबह नौ बजे 205.96 मीटर पर पहुंच गया और इसके शाम चार बजे तक 206.7 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही। इसके बाद से जल प्रवाह की दर 1.5 लाख क्यूसेक से दो लाख क्यूसेक के बीच है। ‘साउथ एशिया नेटवर्क ऑन डैम्स, रिवर्स एंड पीपुल’ के सहायक समन्वयक भीम सिंह रावत ने कहा, ‘‘इस मात्रा में पानी होने से राष्ट्रीय राजधानी में मध्यम दर्जे की बाढ़ का जोखिम पैदा होता है, जो जुलाई के दूसरे सप्ताह में आई बाढ़ से अब भी उबर रही है।” उन्होंने कहा, दूसरी बार बाढ़ आने से यमुना नदी दिल्ली में अपने ज्यादातर मैदानी हिस्सों तक फैल सकती है। दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के ऊपरी हिस्सों में भारी बारिश से निचले इलाकों में प्रभावित परिवारों के पुनर्वास पर असर पड़ेगा और उन्हें लंबे समय तक राहत शिविरों में रहना पड़ सकता है। इससे शहर में जल आपूर्ति पर भी असर पड़ सकता है, जो वजीराबाद पंप हाउस में बाढ़ के कारण चार-पांच दिन तक प्रभावित रही थी और मंगलवार को ही जल आपूर्ति सामान्य हो पाई। पंप हाउस वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला शोधन संयंत्र में अशोधित जल की आपूर्ति करता है। ये संयंत्र शहर को करीब 25 फीसदी जल की आपूर्ति करते हैं।

हिंडन नदी ने बढ़ाई आफत

गाजियाबाद में मानसून के मौसम के दौरान बाढ़ग्रस्त करहेड़ा क्षेत्र से निवासी सुरक्षित स्थान पर चले गए। गाजियाबाद में भी हिंडन नदी में जलस्तर बढ़ गया है। इससे रिहायशी इलाकों में भी पानी भर गया है और लोगों अपना घर छोड़ने को मजबूर हैं। फरीदाबाद से भी जलभराव और पलायन की तस्वीरें भी सामने आ रही हैं। दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश ने लोगों को काफी परेशान किया हुआ है। नदियां उफान पर बह रही हैं।

छत्तीसगढ़ समेत इन राज्यों में होगी तेज बारिश

मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन राज्यों में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश हैं। इसके बिहार और झारखंड में बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

गुजरात में 3000 को सुरक्षित स्थानों पर भेजा

गुजरात के जूनागढ़ जिले में मूसलाधार बारिश के एक दिन बाद रविवार को बाढ़ का पानी कम हो गया, जिसके बाद प्रशासन सामान्य स्थिति बहाल करने में जुटा है। अधिकारियों ने कहा कि जिले में लगभग 3,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। आईएमडी ने रविवार को गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए कहा कि राज्य में 24 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसने अगले 24 घंटों में देवभूमि द्वारका, राजकोट, भावनगर और वलसाड जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का भी अनुमान जताया है।

कश्मीर, हिमाचल में भारी बारिश का अनुमान

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आ गई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान और अधिक बारिश होने के आसार जताए हैं। आईएमडी ने राज्य के कुछ स्थानों पर 24-25 जुलाई को हल्की बारिश के आसार के साथ बादल छाए रहने के अनुमान हैं। मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में 25 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।

रिहायशी इलाकों में दिखे शेर

गुजरात में इन दिनों भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। निचले इलाकों में पानी भर गया है। साथ ही जंगलों में पानी के कारण जानवरों को परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। 5 शेरों का झुंड अमरेली जिले के जाफराबाद शहर की जोगो सोसायटी में घूमते नजर आए। घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में शेर रिकॉर्ड हुए हैं। शेरों के नजर आने के बाद से सोसायटी के लोग परेशान हो गए हैं।

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