गरियाबंद। गरियाबंद के प्रसिद्ध वाटरफाल चिंगरापगार में अचानक बाढ़ का पानी आ जाने से हजारों की संख्या में सैलानी फंस गए। अचानक बाढ़ के हालात निर्मित होने से अफरा तफरी मच गई। बाढ़ में सैलानियों के फंसे होने की सूचना से प्रशासन भी सकते में आ गया। बाढ़ में बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने रेस्क्यू टीम रवाना किया गया और टीम के सदस्यों ने रेस्क्यू अभियान चलाकर बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने में जुटे रहे।
बता दें कि रविवार को छुट्टी के दिन होने के चलते जिले के घने जंगल बिहड़ों के बीच चिंगरापगार वाटरफॉल में दूर-दूर से सैलानी यहां वाटरफॉल में लुफ्त उठाने यहां परिवार समेत पहुंचते हैं। यहां के वाटर पार्क की सुंदरता के हर कोई कायल है। इसी के चलते हर साल यहां सैलानियों की संख्या बढ़ती जा रही है। रविवार को भी हजारों सैलानी यहां ऊंचे पहाड़ से गिरते वाटरफाल मैं आनंद ले रहे थे, इसी दरमियान पहाड़ के ऊपर भारी बारिश हुई, जिससे शीघ्र पगार से कुछ दूर पर नाले में 11 बाढ़ के हालात निर्मित हो गए, जिससे यहां मौजूद सैलानी फंस गए। हालांकि प्रशासन द्वारा चलाया गया रेस्क्यू अभियान में सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिए गए हैं।
लौटते वक्त फंसे
गरियाबंद -चिंगरा पगार वाटरफाल में एक हजार लोगों की फंसने की खबर सामने आ रही है। बारिश और सावन महीने की वजह से चिंगरा पगार वाटरफ़ाल अपने पूरे शबाब पर है। दूर दूर से सैलानी इसका लुफ्त उठाने आ रहे, पर लगतार बारिश की वजह से आज चिंगरा पगार वाटरफाल से 500 मीटर पहले नाले में पानी सर से ऊपर आ गया। जिसके चलते चिंगरा पगार गए पर्यटक शाम को लौटते वक़्त नाले के बाढ़ में फास गए, जिन्हें सुरक्षित निकालने पुलिस और प्रशासन की टीम प्रहलाद थानापति नारायण धुर्व राजेंद्र धुरवे भिखारी साहू लागतार पर्यटकों को बाहर निकालने में लगे हुए है।
बचाव किया गया
सभी सैलानियों का स कुशल रेस्क्यू कर लिया गया है। कुछ 10 से 20 लोग उस पार फंसे हुए हैं, जिनके वाहन नाले के उस पार है, क्योंकि नाले में अभी पानी ज्यादा है। इसलिए उनके वाहन इस पर नहीं आ सकते। इसलिए बाहर से आए सैलानी वाहन के लिए रुके हुए हैं ।
आरके मिश्रा
थाना प्रभारी, गरियाबंद
000

