छग में ईडी की कार्रवाई पर सुप्रीम कोर्ट की रोक

अगली पेशी तक कोई जांच नहीं

  • इस केस में कारोबारी अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, नितेश पुरोहित, अरविंद सिंह, त्रिलोक ढिल्लन जेल में हैं

बिलासपुर। सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई और जांच पर अगली पेशी तक रोक लगा दी है। संभवत: अगली पेशी 28 जुलाई को होगी। ध्यान रहे कि 2000 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले से मामला जुड़ा हुआ है। इस केस में कारोबारी ढेबर समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ जांच चल रही थी। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि आर्डर शीट आने के बाद ही विस्तृत कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल तो अगली पेशी तक स्टे है।

ज्ञात हो कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका प्रदेश के एक आईएएस अधिकारी, कारोबारी अनवर ढेबर, आबकारी विभाग में अधिकारी रह चुके एपी त्रिपाठी ने लगाई थी। सभी के प्रकरण को एक साथ सुनते हुए सुप्रीम कोर्ट ने आगे की कार्रवाई पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं। इस मामले में सभी आरोपी अभी रायपुर जेल में हैं।

अब तक 180 करोड़ की संपत्ति अटैच

ज्ञात हो कि 22 मई 2023 को प्रवर्तन निदेशालय की ओर से जारी की गई आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अफसर अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की गई है। शराब घोटाला मामले में अब तक प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसमें कैश, एफडी भी होल्ड किए गए हैं। 15 मई को ईडी ने कहा था, शराब घोटाले में जेल में बंद कारोबारी अनवर ढेबर से जुड़ी जांच रायपुर, भिलाई और मुंबई में की गई। जिसमें नवा रायपुर में 53 एकड़ भूमि मिली। इसकी कीमत करीब 21.60 करोड़ रुपए बताई गई। ये अनवर ढेबर द्वारा ज्वाइंट वेंचर के रूप में इस्तेमाल की गई थी। 20 लाख रुपए की नकदी और कई आपत्तिजनक दस्तावेज मुंबई में मिले थे। 1 करोड़ की बेहिसाब निवेश की जानकारी भी मिली। ये निवेश अरविंद सिंह और उनकी पत्नी पिंकी सिंह के साथ किए गए थे। ईडी ने त्रिलोक सिंह ढिल्लो की 27.5 करोड़ रुपए की फिक्स्ड डिपॉजिट फ्रीज कर दी थी। 28 करोड़ रुपए के आभूषण भी जब्त किए थे।

इधर, ईडी दफ्तर पहुंचे तमिलनाडु के मंत्री

चेन्नई। तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री के. पोनमुडी और उनके बेटे कथित अवैध रेत खनन से जुड़े धन शोधन मामले में पूछताछ के दूसरे दिन मंगलवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। केंद्रीय एजेंसी ने 17 जुलाई को द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नेता एवं उनके सांसद बेटे गौतम सिगमणि के परिसरों पर लगभग 10 घंटे तक तलाशी ली थी। दोनों पूछताछ के लिए सोमवार को भी ईडी के समक्ष पेश हुए थे और मंगलवार तड़के ईडी कार्यालय से बाहर निकले थे। एजेंसी ने इन दोनों को पूछताछ के लिए दिन में एक बार फिर बुलाया था। द्रमुक अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने मंत्रिमंडल के अपने सहयोगी से बात की और उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ का मुकाबला करने में सत्तारूढ़ दल के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।

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