रामबुक्काना में कर्फ्यू , तीन की हालत गंभीर

  • श्रीलंका में जारी है प्रदर्शन, ‘काला विरोध’ करेंगे अब श्रम संगठन

कोलंबो। श्रीलंका के दक्षिण पश्चिमी रामबुक्काना क्षेत्र में ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में एक शख्स की मौत और 13 लोगों के जख्मी होने के बाद लगाया गया कर्फ्यू बुधवार को भी जारी था। पुलिस ने ईंधन की कीमत में फिर से बढ़ोतरी करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सरकार विरोधी निहत्थे प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाई थी। राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने कहा किनागरिकों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के अधिकार में बाधा नहीं डाली जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, रामबुक्काना के केगाले अस्पताल में भर्ती कराए गए 13 प्रदर्शनकारियों में से कम से कम तीन की हालत गंभीर है। घटना में 15 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं।

ऐसे बिगड़े हालात

श्रीलंका अप्रत्याशित आर्थिक संकट से जूझ रहा है और लोग लगातार सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे प्रदर्शनों में पहली बार मंगलवार को एक व्यक्ति की मौत हुई। जन सुरक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी जगत अलविस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने 33,000 लीटर ईंधन से भरे टैंकर को आग लगाने की कोशिश की। भीड़ को ऐसा करने से रोकने के लिए पुलिस को मजबूरन गोलियां चलानी पड़ी।

काला विरोध’ शुरू करेंगे श्रम संगठन

इस बीच, श्रम संगठनों ने सामूहिक रूप से कहा कि वे चल रहे आर्थिक संकट के कारण सरकार पर इस्तीफा देने का दबाव बनाने के लिए ‘काला विरोध’ शुरू करेंगे। शिक्षकों के श्रम संगठन के प्रमुख जोसेफ स्टालिन ने कहा, ‘‘हम काले कपड़े पहनकर प्रदर्शन करेंगे।’श्रीलंका 1948 में ब्रिटेन से आजाद होने के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है। देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी हो गई है, जिससे वह खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है। महंगाई आसमान छू रही है। इसको लेकर देश में कई दिनों से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं और राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग की जा रही है।


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