-मार्शियन क्रेटर में कार्बनिक यौगिकों का लगाया पता
(फोटो: मार्स)
वाशिंगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रोवर ने मंगल ग्रह के मार्शियन क्रेटर में कार्बनिक यौगिकों के साक्ष्य खोजे गए हैं। ये लाल ग्रह पर किसी वक्त जीवन मौजूद होने के संकेत हैं। कार्बनिक यौगिक कार्बन आधारित अणु होते हैं। इनमें अक्सर हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, फॉस्फोरस व सल्फाइड जैसे तत्व भी होते हैं। इससे पहले मंगल से भेजे गए उल्कापिंडों के साथ गेल क्रेटर में भी विभिन्न प्रकार के कार्बनिक रसायन पाए गए थे। नवीन शोध से लाल ग्रह पर जीवन की संभावना और प्रबल हुई है। नतीजे बताते हैं कि मंगल पर पहले की तुलना में अधिक जटिल कार्बनिक भू-रासायनिक चक्र है। इसका अर्थ है कि यहां संभावित कार्बनिक अणुओं के कई भंडार मौजूद हैं। रोवर का डाटा-आधारित यह शोध नेचर जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
कार्बन चक्र और उसका पूरा इतिहास पता लगाया गया
फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के भूवैज्ञानिक विभाग में सहायक प्रोफेसर एमी विलियम्स के मुताबिक, मंगल पर कई कार्बनिक कार्बन प्रजातियों की संभावित खोज से इस ग्रह पर कार्बन चक्र और उसके पूरे इतिहास से पता चलता है कि यहां जीवन की प्रबल संभावना के संकेत हैं।
अब होगी स्रोतों की जांच
कार्बनिक पदार्थ विभिन्न प्रकार की जैविक और गैर-जैविक प्रक्रियाओं से निर्मित हो सकते हैं। विलियम्स और उनकी टीम अब इन रसायनों के संभावित स्रोतों की जांच करेगी, ताकि मंगल पर जीवन से जुड़ी अन्य बातों का पता लगाया जा सके। पासाडेना में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में ग्रह वैज्ञानिक और अध्ययन की मुख्य लेखिका सुनंदा शर्मा के अनुसार, कार्बनिक यौगिकों का निर्माण जीवन से संबंधित प्रक्रियाओं द्वारा नहीं किया जा सकता है। यहां हम वैज्ञानिकों और खगोल जीव विज्ञानियों के रूप में दावे करने में बहुत सावधानी बरतते हैं। अब तक केवल मार्स फीनिक्स लैंडर और क्यूरियोसिटी रोवर ही कार्बनिक कार्बन का पता लगाने में सक्षम हैं।
आग्नेय चट्टानों का पता लगाया
साइंस एंड साइंस एडवांसेज में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, नासा के पर्सिवरेंस रोवर को मंगल ग्रह के जेजेरो क्रेटर में आश्चर्यजनक ज्वालामुखीय चट्टानें मिली हैं, जो कभी एक झील थी। यह खोज पूरी तरह से आश्चर्यचकित करने वाली है, क्योंकि शोधकर्ताओं को शुरू में प्राचीन झील द्वारा बिछाई गई मिट्टी और मलबे से बनी तलछटी चट्टानें मिलने की उम्मीद थी। विशेषज्ञों के अनुसार अधिकांश तलछटी चट्टानों के निर्माण में पानी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लॉस एलामोस नेशनल लेबोरेटरी के रोजर बींस के अनुसार, लैंडिंग से पहले काफी बहस हुई थी कि क्रेटर की जमीन आग्नेय थी या तलछटी। इसके लिए लाल ग्रह की सतह के नीचे की विशेषताओं का अध्ययन किया। शोधकर्ताओं ने कहा कि आग्नेय चट्टानें टाइम कैप्सूल के रूप में कार्य करती हैं, जो ग्रह के भूवैज्ञानिक इतिहास को दर्ज करती हैं। उन्हें मैग्मा के जमने से बनी आग्नेय चट्टानों के पानी से परिवर्तित होने के संकेत भी मिले। ये जल परिवर्तित चट्टानें पानी की उपस्थिति का संकेत देती हैं। रोवर ने ऐसी चट्टान के नमूने एकत्र किए जो क्रेटर तल पर मौजूद विभिन्न प्रकार की चट्टानों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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