जैन मुनि की हत्या माली ने की थी, बोरवेल में मिले टुकड़े

हत्याकांड में खुलासा

बेंगलुरू। कर्नाटक में जैन मुनि आचार्य श्री कामकुमार नंदी महाराज की हत्या को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने दो लोगों नारायण बसप्पा माडी और हसन दलायथ को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपी आश्रम में माली का काम करते थे। पुलिस का कहना है कि हत्या करीब 6 लाख रुपए के लेन-देन को लेकर की गई। कर्नाटक के बेलगाम जिले में एक जैन मुनि की दर्दनाक तरीके से हत्या की गई है। पुलिस के मुताबिक चिकोड़ी तालुक के कुएं में जैन मुनि के शव के टुकड़े बंद पड़े बोरवेल में डाल दिए गए थे। जानकारी के मुताबिक छह जुलाई से ही जैन मुनि आचार्य श्री कामकुमार नंदी महाराज लापता चल रहे थे, जिसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई गई थी।

इस घटना के सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद ने कर्नाटक सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। जैन आचार्य की नृशंस हत्या पर विहिप का कहना है कि यह राज्य सरकार की हिंदू विरोधी नीतियों का परिणाम है। एक बयान जारी कर विहिप ने कहा कि बुधवार को कर्नाटक के बेलगाम के चिकोडी में दिगंबर जैन भिक्षु आचार्य कामकुमार नंदी की नृशंस हत्या ने पूरे भारत के आध्यात्मिक-धार्मिक समुदाय और पारिस्थितिकी तंत्र को झकझोर कर रख दिया है।

लापता हो गए थे जैन मुनि

6 जुलाई को जैन मुनि कामकुमार के लापता होने की खबर आई। वे नंदी पर्वत आश्रम के अपने कमरे में नहीं मिले, जबकि उनकी पिच्छिका और कमंडल वहीं थे। 5 जुलाई की रात 10 बजे तक उन्हें कमरे में देखा गया था। जैन संत के आश्रम में नहीं मिलने पर उनके शिष्यों की चिंता बढ़ गई। काफी खोजबीन के बाद भी नहीं मिलने पर आचार्य कामकुमार नंदी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भीमप्पा उगारे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

रविवार को हुआ अंतिम संस्कार

पुलिस ने 8 जुलाई को साड़ी में बंधे जैन मुनि के शव के टुकड़े कटकभावी गांव में एक बोरवेल से बरामद किए। पोस्टमॉर्टम के बाद शव के टुकड़े जैन समाज को सौंप दिए गए। रविवार को मुनिश्री का अंतिम संस्कार कर दिया गया।

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