उत्तर भारत में बारिश का कहर, हिमाचल में गिरी इमारत, उफान पर नदियां, बहे पुल

—-पीएम मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से स्थिति का लिया जायजा

—दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर, सात राज्यों में 24 घंटे में 56 की मौत

— कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम केयर्स फंड से राहत के लिए मांगी राशि

इंट्रो

भारी बारिश के चलते उत्तर भारत के कई राज्यों में स्थितियां भयावह है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश सहित कई राज्यों में बारिश के चलते नदियां उफना गई हैं, बाढ़ से हालात बदतर हो चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की। पीएम मोदी ने बारिश से जुड़े हालात के बारे में जानकारी ली और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

नई दिल्ली। उत्तर भारत में मूसलाधार बारिश का कहर जारी है। हिमाचल प्रदेश भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, जहां भूस्खलन से चार और लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोग फंसे हैं। उत्तर भारत में, दिल्ली में यमुना सहित कई नदियां उफान पर हैं। क्षेत्र में कई सड़कें और आवासीय इलाके घुटने तक पानी में डूब गए हैं। कई जगहों पर सैलाब में वाहन बहते नजर आए। रविवार को रिकॉर्ड बारिश के कारण नगर निकाय भी स्थिति सुधारने में असहाय नजर आए। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया जबकि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने बारिश प्रभावित राज्यों को ‘पीएम केयर्स फंड’ से राहत देने की मांग की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में अत्याधिक बारिश से पैदा हुई स्थिति की वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ समीक्षा की। पीएमओ ने कहा, स्थानीय प्रशासन, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम प्रभावित लोगों की मदद के लिए काम कर रही हैं। भूस्खलन से शिमला में चार और लोगों की जान चली गई। पर्वतीय राज्य में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण शिमला-कालका राजमार्ग सोमवार सुबह अवरुद्ध हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पिछले दो दिन में राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में 16 या 17 लोगों की मौत हुई है। राज्य में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, घरों को नुकसान पहुंचने और कई लोगों की मौत होने के एक दिन बाद मौसम विभाग ने सोमवार को ‘अत्यंत भारी बारिश’ के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल शिमला-कालका मार्ग पर रेल परिचालन मंगलवार तक के लिए रोक दिया गया है क्योंकि भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य भर में शैक्षणिक संस्थानों को सोमवार और मंगलवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सोमवार को लगातार तीसरे दिन भारी बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हुआ। प्रभावित इलाकों में लोगों तक पहुंचने के लिए प्रशासन 24 घंटे काम कर रहा है। पंजाब सरकार ने मौजूदा हालात को देखते हुए राज्य में 13 जुलाई तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। चंडीगढ़ में पिछले तीन दिन के दौरान मूसलाधार बारिश हुई और कुछ सड़कों पर बारिश का पानी जमा हो गया। भारी बारिश के कारण पंजाब में कुछ स्थानों पर बाढ़ आने के बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों से अपील की कि वे नहीं घबराएं। लगातार बारिश के कारण उत्पन्न मौजूदा स्थिति को देखते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिन के लिए अपने सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया और गृह, आपदा प्रबंधन और शहरी स्थानीय निकायों सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। उन्होंने बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा भी लिया, जिसमें मुख्य सचिव संजीव कौशल भी मौजूद थे।

जम्मू से अमरनाथ यात्रा लगातार तीसरे दिन स्थगित

रामबन में जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग के एक हिस्से के बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण सोमवार को लगातार तीसरे दिन जम्मू से आगे की अमरनाथ यात्रा स्थगित रही। जम्मू में, खासकर भगवती नगर आधार शिविर में 6,000 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। रामबन जिले में चंद्रकोट आधार शिविर पर 5,000 से अधिक यात्री फंसे हुए हैं। राजमार्ग पर खराब स्थिति के कारण जम्मू से आगे की यात्रा स्थगित है। किसी नए जत्थे को आज जम्मू आधार शिविर से कश्मीर जाने की अनुमति नहीं दी गई है।

केजरीवाल ने की बैठक

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में मूसलाधार बारिश के कारण हुए जलभराव और यमुना के बढ़ते जल स्तर पर चर्चा करने के लिए एक बैठक की। केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यमुना नदी के 206 मीटर के निशान को पार करते ही निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि विशेषज्ञों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में संभवत: बाढ़ की स्थिति पैदा नहीं होगी।

योगी ने दिए अलर्ट मोड के आदेश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के विभिन्न जिलों में हुई भारी बारिश के कारण उत्पन्न बाढ़ तथा जलभराव की स्थिति की सोमवार को समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने सभी संबंधित विभागों को उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले कुछ दिनों में नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की आशंका के मद्देनजर ‘अलर्ट मोड’ में रहने के आदेश दिए हैं।

बारिश का ऐसा असर

00 हिमाचल प्रदेश के सोलन में भारी बारिश के कारण नालागढ़ औद्योगिक क्षेत्र में पुल ढह गया।

00 दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पार पहुंच गया है। खतरे का निशान 204.50 मीटर है।

00 जबलपुर में उफनती नर्मदा नदी में चट्टान पर फंसे चार लोगों को 13 घंटे के अभियान के बाद बचाया गया

00 राजस्थान के अजमेर में भारी बारिश के कारण सागर झील ओवरफ्लो हो गई

00 उत्तराखंड के देहरादून में बारिश के बाद जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया

00 गुजरात में भारी बारिश के कारण अरवल्ली के कई हिस्सों में पानी जमा हो गया

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