- यह सुनिश्चित किया जाएगा, मैतेई और कुकी समुदाय के लोग एक-दूसरे के इलाके में न जाएं
-दक्षिण पूर्व के इस राज्य में हिंसा थमने का नहीं ले रही नाम
- दो महीने से कुकी और मैतेई समुदाय के बीच चल रहा खूनी संघर्ष, 100 से ज्यादा की मौत
(फोटो : मणिपुर)
इंफाल। मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इंफाल घाटी में हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं। यहां सुरक्षाबलों ने बफर जोन बनाने का फैसला किया हैं। इन इलाकों में सेना, असम राइफल्स और बीएसएफ की अतिरिक्ट टुकड़ियां तैनात की जा रही हैं। उनकी पोस्ट 100 मीटर से लेकर 1 किलोमीटर की दूरी में होगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मैतेई समुदाय के लोग कुकी समुदाय की तरफ ना जाएं और कुकी समुदाय के लोकर मैतेई की तरफ ना जाएं। बता दें कि 3 मई के बाद से ही कुकी और मैतेई समुदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा है। अब तक राज्य में हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। एक दिन पहले ही मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने लोगों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे या तो हिंसा छोड़ दें या फिर नतीजे भुगतने को तैयार रहें। शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात गोलीबारी में एक जवान घायल हो गया था। सीएम बिरेन सिंह ने कहा कि हथियार थामे मेतेई लोगों से अपील है कि वे हिंसा छोड़ दें और राज्य में शांति बहाल करने में मदद करें।
11 जिलों में कर्फ्यू
राज्य में शांति बहाली के लिए सेना और असम राइफल्स के लगभग 10,000 जवान तैनात किए गए हैं। मणिपुर सरकार ने राज्य में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए 11 जिलों में कर्फ्यू लगाने के साथ इंटरनेट सेवाओं को प्रतिबंधित कर दिया है।
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सुप्रीम कोर्ट ने किया तत्काल सुनवाई से इंकार
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने मणिपुर में जातीय हिंसा के बीच अल्पसंख्यक कुकी आदिवासियों के लिए सैन्य सुरक्षा उपलब्ध कराने और इन (आदिवासियों) पर हमले कर रहे सांप्रदायिक समूहों के खिलाफ मुकदमे चलाने के अनुरोध वाली याचिका पर तत्काल सुनवाई से मंगलवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एम एम सुंदरेश की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि यह पूरी तरह कानून व्यवस्था से जुड़ी परिस्थिति है और प्रशासन को इससे निपटना चाहिए। पीठ ने कहा, ‘‘यह कानून और व्यवस्था का गंभीर मुद्दा है। प्रशासन को इस मुद्दे को देखने दें। हमारे हस्तक्षेप से और समस्या पैदा होगी। यह स्थिति को खराब कर सकता है।
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यूएनएलएफ के 4 संदिग्ध उग्रवादी गिरफ्तार
इम्फाल। जातीय हिंसा से प्रभावित मणिपुर के थौबल जिले में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन ‘यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट’ (यूएनएलएफ) के चार संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इसने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों से 51 एमएम का एक मोर्टार, एक बम बरामद किया गया है। सेना ने ट्वीट कर कहा, ‘‘खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए 19 जून की रात को पुलिस स्टेशन लिलोंग के पास जांच की गई। इस दौरान, दो अलग-अलग वाहनों में चार संदिग्ध उग्रवादियों को पकड़ा गया।” सेना ने चारों संदिग्ध उग्रवादियों को पुलिस के हवाले किया है। यूएनएलएफ, मणिपुर के सबसे पुराने उग्रवादी समूहों में से एक है।
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