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मुंबई। फिल्म ‘आदिपुरुष’ के डायलॉग लोगों की भावनाओं को ठेंस पहुंचा रहे हैं। देशभर में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। ऐसे में फिल्म के कुछ विवादित डायलॉग बदले जाएंगे। एक हफ्ते में दर्शकों को नई फिल्म ‘आदिपुरुष’ दिखाई देगी। फिल्म ‘आदिपुरुष’ के संवाद लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने रविवार को कहा कि फिल्म के निर्माताओं ने ‘कुछ संवादों को संशोधित’ करने का फैसला किया है। रिलीज के बाद से ही फिल्म के आपत्तिजनक संवादों को लेकर सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना हो रही है। फिल्म के संवाद लेखक शुक्ला ने कहा कि इस सप्ताह तक संशोधित पंक्तियों को फिल्म में जोड़ दिया जाएगा। शुक्ला ने ट्विटर पर लिखा, मेरे लिए आपकी भावना से बढ़ कर और कुछ नहीं है। मैं अपने संवादों के पक्ष में अनगिनत तर्क दे सकता हूं, लेकिन इससे आपकी पीड़ा कम नहीं होगी। मैंने और फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने निर्णय लिया है, कि वो कुछ संवाद जो आपको आहत कर रहे हैं, हम उन्हें संशोधित करेंगे, और इसी सप्ताह वो फिल्म में शामिल किए जाएंगे। ‘आदिपुरुष’ शुक्रवार को देशभर में हिंदी, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और तमिल भाषाओं में रिलीज हुई। फिल्म में प्रभास भगवान राम, कृति सेनन माता सीता और सैफ अली खान लंकापति रावण की भूमिका में हैं। ओम राउत द्वारा निर्देशित और टी-सीरीज द्वारा निर्मित बड़े बजट वाले इस फिल्म के खराब वीएफएक्स और संवादों को लेकर सोशल मीडिया पर इसकी आलोचना हो रही है। फिल्म में ‘लंका दहन’ के एक दृश्य में भगवान हनुमान के संवादों को लेकर भी सोशल मीडिया यूजर्स शुक्ला की आलोचना कर रहे हैं। अभिनेता देवदत्त नाग ने फिल्म में बजरंगबली (हनुमान) का किरदार निभाया है।
शुक्ला ने ट्विटर पर जारी बयान में लिखा, हो सकता है, तीन घंटे की फिल्म में मैंने तीन मिनट के लिए आपकी कल्पना से कुछ अलग लिख दिया हो, लेकिन आपने मेरे मस्तक पर सनातन-द्रोही लिखने में इतनी जल्दबाजी क्यों की। उन्होंने कहा कि रामकथा से पहला पाठ जो कोई सीख सकता है, वो है हर भावना का सम्मान करना। उन्होंने कहा कि सही या गलत, समय के अनुसार बदल जाता है, भावना रह जाती है। शुक्ला ने कहा कि आदिपुरुष में 4000 से भी ज्यादा पंक्तियों के संवाद उन्होंने लिखे जिनमें से पांच पंक्तियों पर कुछ लोगों की भावनाएं आहत हुईं। उन्होंने कहा कि उन सैकड़ों पंक्तियों में जहां श्री राम का यशगान किया और मां सीता के सतीत्व का वर्णन किया, उनके लिए प्रशंसा भी मिलनी थी, जो पता नहीं क्यों मिली नहीं। फिल्म ‘साइना’ में सर्वश्रेष्ठ गीत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता शुक्ला ने कहा कि उन्हें दर्शकों से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने आगे कहा, हम एक दूसरे के विरुद्ध खड़े हो गये तो सनातन हार जायेगा। हमने आदिपुरुष सनातन सेवा के लिए बनायी है जिसे आप लोग भारी संख्या में देख रहे हैं और मुझे विश्वास है कि आगे भी इसे देखेंगे।
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दुनियाभर में जबर्दस्त रिस्पांस
शुक्ला के बयान के बाद फिल्म निर्माता कंपनी टी-सीरीज ने कहा कि टीम ने लोगों की भावनाओं को देखते हुए आदिपुरुष के संवादों में बदलाव करने का फैसला किया है। कंपनी ने एक अलग बयान में कहा, ‘आदिपुरुष’ को दुनिया भर में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। यह फिल्म सभी उम्र के दर्शकों का दिल जीत रहा है। फिल्म के दृश्य को यादगार बनाने के लिये टीम ने फिल्म के संवादों में बदलाव करने का फैसला किया।
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दो दिन 240 करोड़ की कमाई
फिल्म ‘आदिपुरुष’ ने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर 240 करोड़ रुपए की कमाई की है। कंपनी ने ट्विटर पर कहा, आदिपुरुष, दुनिया भर में दर्शकों का दिल जीत रही है, पहले दिन फिल्म ने 140 करोड़ रुपये की बंपर ओपनिंग की थी और दूसरे दिन फिल्म ने दुनिया भर के बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ रुपए कमाए। दो दिनों में फिल्म ने कुल 240 करोड़ रुपये की कमाई की है।’ फिल्म में प्रभास भगवान श्रीराम, कृति सैनॉन माता सीता और सैफ अली खान लंकापति रावण के किरदार में हैं।
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काठमांडु में हिंदी फिल्मों पर रोक
फिल्म आदिपुरुष पर शुरु हुआ विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। बताया जा रहा है कि आदिपुरुष के विवाद के बाद नेपाल की राजधानी काठमांडु में सभी हिंदी फिल्मों पर बैन लगा दिया गया है। इसके पहले नेपाल में आदिपुरुष को बैन किया गया था।
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इन डायलॉग पर आपत्ति
कपड़े तेरे बाप का, आग तेरे बाप की, तेल तेरे बाप का, जलेगी भी तेरे बाप की।
तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने आ गया
जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे
मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया, अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है
भैया… आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं
अयोध्या में तो वो रहता नहीं, रहता तो वो जंगल में है और जंगल का राजा शेर होता है, तो वो कहां का राजा है रे
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