- दक्षिण में भाजपा की बढ़ी परेशानी
चेन्नई। तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के अन्नामलाई के ताजा बयान से दक्षिण में अपनी पकड़ बनाने की भाजपा की कोशिशों को झटका लग सकता है। दरअसल के अन्नामलाई ने एक इंटरव्यू के दौरान राज्य की पूर्व सीएम और राज्य में सहयोगी पार्टी एआईएडीएमके की पूर्व अध्यक्ष जयललिता पर परोक्ष रूप से भ्रष्टाचार का आरोप लगा दिया था। अन्नामलाई के इस बयान से एआईएडीएमके बेहद नाराज है और पार्टी ने गठबंधन तोड़ने की धमकी दी है। एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अन्नामलाई किसी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष होने के लायक नहीं हैं। उन्हें सोच-समझकर बोलना चाहिए। हमें लगता है कि वह गठबंधन को आगे जारी नहीं रखना चाहते हैं और ना वह चाहते हैं कि पीएम मोदी तीसरी बार चुनाव जीतें। डी जयकुमार ने कहा कि अन्नामलाई तमिलनाडु राजनीति का इतिहास नहीं जानते हैं। डी जयकुमार ने कहा कि अगर आज चुनाव होते हैं तो एआईएडीएमके के नेतृत्व वाला गठबंधन 30 लोकसभा सीटें जीतने में सक्षम है। एआईएडीएमके नेता ने कहा कि अन्नामलाई को कर्नाटक में भाजपा ने सह-प्रभारी बनाया था लेकिन पार्टी जीतने में विफल रही। एक दिवंगत व्यक्ति पर टिप्पणी करना निंदनीय है। जयकुमार ने ये भी कहा कि अमित शाह और जेपी नड्डा को अन्नामलाई पर लगाम लगानी चाहिए अगर ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी, गठबंधन को लेकर विचार करेगी।
मिलनाडु की पार्टी विदुथलाई चिरुथैगल कच्ची के अध्यक्ष थिरुमवलावन ने भी अन्नामलाई के बयान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ‘भाजपा हमारी सहयोगी पार्टी एआईएडीएमके और पूर्व सीएम जयललिता की आलोचना कर रही है। यह सही है लेकिन सहयोगी के साथ ऐसा व्यवहार करना सही नहीं है। वह पूर्व सीएम के साथ ही तमिलनाडु का अपमान कर रहे हैं। अन्नामलाई के तमिलनाडु को सबसे भ्रष्ट बताने पर भी थिरुमवलावन ने नाराजगी जताई और कहा कि उत्तर भारत के राज्यों में जहां भाजपा का शासन है, वहां कोई कानून व्यवस्था नहीं है लेकिन वह तमिलनाडु और जानबूझकर अपमानित कर रहे हैं।’
क्या बोले थे अन्नामलाई
एक अंग्रेजी अखबार के साथ इंटरव्यू में के अन्नामलाई ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ‘तमिलनाडु में कई सरकारें भ्रष्ट थीं। पूर्व मुख्यमंत्री कानून के तहत दोषी पाए गए। यही वजह है कि तमिलनाडु देश के सबसे भ्रष्ट राज्यों में से एक है।’ अन्नामलाई के बयान को पूर्व सीएम जयललिता पर हमला माना जा रहा है क्योंकि जयललिता का नाम आय से अधिक संपत्ति के मामले में सामने आया था लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले ही जयललिता का निधन हो गया।
भाजपा की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
कर्नाटक में हार के बाद से भाजपा का दक्षिण भारत से लगभग सूपड़ा साफ हो गया है। हालांकि भाजपा ने दक्षिण में अपने पैर जमाने की कोशिश छोड़ी नहीं है। हाल ही में अमित शाह ने तमिलनाडु का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने राज्य में 25 लोकसभा सीटों पर जीतने का लक्ष्य रखा। हालांकि अगर अन्नामलाई के बयान के बाद एआईएडीएमके का भाजपा से गठबंधन टूट जाता है तो इससे भाजपा की दक्षिण में पकड़ बनाने की कोशिशों को बड़ा झटका लग सकता है।
000

