खेल-खेल में धर्मांतरण का ‘खेल’, तीन तरह के गेमिंग एप होंगे बैन

–यूपी में बच्चों के ऑनलाइन मतांतरण, गेमिंग ऐप्स का होगा रिव्यू

–मीडिया को केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने दी जानकारी

–ऑनलाइन सट्‌टा खिलाने वाले एप भी होंगे बंद

इंट्रो

उत्तरप्रदेश में गाजियाबाद के बाद प्रयाग राज में ऑनलाइन गेमिंग के जरिए धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। इसके बाद केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। केंद्र सरकार ने सभी गेमिंग ऐप का रिव्यू करने का फैसला लिया है। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि भारत में तीन तरह के गेमिंग एप पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ऑनलाइन सट्‌टा खिलाने वाले एप भी बंद होंगे।


नई दिल्ली/लखनऊ। गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग एप के जरिए नाबालिग हिंदू बच्चे का मतांतरण कराए जाने जाने का मामला सामने आ चुका है। अब इस मामले में केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि मतांतरण का मामला सामने आने के बाद हमने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर पहली बार एक रूपरेखा तैयार की है, जिसमें देश में 3 प्रकार के गेम की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसमें बेटिंग, लत लगाने वाले और नुकसान पहुंचाने वाले गेम शामिल हैं। इनमें से एक भी कारण जिस गेम में होगा। उसे देश में बैन कर दिया जाएगा।

गौरतलब है कि हाल ही में गाजियाबाद में गेमिंग एप के जरिए नाबालिग युवक का मतांतरण कराए जाने का मामला सामने आया है, जहां युवक के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मुंबई निवासी आरोपी शाहनवाज मकसूद उर्फ बद्दो को रविवार को महाराष्ट्र के ठाणे जिले से गिरफ्तार किया है। बद्दो ने गाजियाबाद के राजनगर में रहने वाले नाबालिग लड़के का इस कदर ब्रेनवॉश किया गया था कि वह चोरी-छिपे मस्जिद जाकर नमाज पढ़ने लगा था।

इससे पहले पुलिस ने गाजियाबाद स्थित एक मस्जिद के मौलवी रहमान को गिरफ्तार कर किया था। उसका वॉट्सएप चैट भी सामने आया था, जिसमें मौलवी, युवक को नमाज पढ़ने के लिए बुलाने और इस्लाम की जानकारी दे रहा था। फिलहाल इस मामले में पुलिस जांच में जुटी है।


केंद्र ने तैयार किया ब्लूप्रिंट

मंत्री ने कहा, नियमों का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। पहली बार हमने ऑनलाइन गेमिंग को लेकर एक फ्रेमवर्क तैयार किया है, जिसमें हम देश में 3 प्रकार के गेम्स की अनुमति नहीं देंगे। वर्तमान में गूगल का प्ले स्टोर और एपल का ऐप स्टोर दो प्रमुख एप्लिकेशन स्टोर हैं जो नई घोषणा से प्रभावित होंगे।

ये तीन गेमिंग एप होंगे बैन

00 ऐसा ऑनलाइन गेम्स जिसमें सट्टेबाजी शामिल है

00 ऐसे गेमिंग एप जो हानिकारक हो सकते हैं

00 गेम्स जिनकी लत लग सकती है

प्रयागराज में भी शिकार हुआ बच्चा

प्रयागराज में गाजियाबाद की ही तरह ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से हिंदू बच्चे के मतांतरण का मामला प्रकाश में आया है। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बच्चे के परिजनों ने शिकायत में कहा कि हाल के दिनों में उनके बच्चे का व्यवहार काफी बदल गया था और वह ऐसी हरकतें कर रहा था जिसको देखकर घर के लोग अचंभित रह गए थे। वह घर मे कव्वाली सुन रहा था, मजार पर जा रहा था और जालीदार टोपी पहन रहा था। पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि वह 5 साल से प्रयागराज में रह रही हैं। उसका बेटा ई-रिक्शा चलाता है और ज्यादातर समय घर से बाहर रहता है। वह परिवार के साथ बातचीत बहुत कम करता है। कुछ दिनों से उसकी आदतें काफी बदली हुई थीं। उसने घर में नमाज पढ़ना शुरू कर दिया था। इसके बाद उसे प्रयागराज जनपद के काल्विन अस्पताल के मनोचिकित्सक को दिखाया गया। मनोचिकित्सक ने जब उससे बातचीत की तो पता लगा कि बच्चा कन्वर्जन की बात कर रहा था। ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिये वह कुछ मुसलमान युवकों के संपर्क में था।

इधर, महाराष्ट्र से यूपी लाया जाएगा आरोपी

ठाणे। महाराष्ट्र की एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को शाहनवाज खान को गाजियाबाद ले जाने के लिये ठाणे पुलिस को उसकी ट्रांजिट रिमांड दे दी। उन्होंने बताया कि खान पर कथित तौर पर एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से युवाओं का धर्म परिवर्तन कराने का आरोप है। अधिकारी ने बताया कि यहां के मुंब्रा कस्बे के रहने वाले खान को रविवार को रायगढ़ जिले के अलीबाग में एक रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा, उसे सड़क मार्ग से ठाणे से गाजियाबाद ले जाया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, खान और गाजियाबाद की एक मस्जिद के मौलवी पर एक शिकायत के आधार पर उत्तर प्रदेश के अवैध धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था। गाजियाबाद के एक व्यक्ति ने पिछले महीने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया था कि मौलवी और खान ने हाल ही में 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा पास करने वाले उसके बेटे को अवैध रूप से इस्लाम कुबूल करवा दिया था। शिकायतकर्ता के अनुसार, उसका बेटा एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप के माध्यम से खान के संपर्क में आया और अक्सर उससे बात करता था, जिसके बाद उसका इस्लाम अपनाने की ओर झुकाव हुआ।

एक्सपर्ट व्यू

यूजर को बांधे रखता है गेम्स

ज्यादातर गेम्स को साइकोलॉजी का इस्तेमाल करके आपको बांधे रखने के लिए ही डिजाइन किया जाता है। मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि इन गेम्स की लत इसलिए लग जाती है क्योंकि इनका एक्सेस यूजर के हाथों में होता है। वह खाते-पीते हुए यहां तक कि बाथरूम में बैठकर भी खेल को जारी रखता है। कई उदाहरण ऐसे भी सामने आए हैं कि लोग काम के दौरान भी ऐसे गेम खेलते हैं और अपनी नौकरी गंवा देते हैं।

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