कोर्ट में शूटआउट, वकील की ड्रेस में आया, मुख्तार के करीबी को मार डाला

–लखनऊ कोर्ट परिसर में गैंगेस्टर की हत्या के बाद सनसनी, एक बच्ची की भी मौत

— वारदात के बाद भड़के वकील, पुलिस से धक्का-मुक्की

–अखिलेश और मायावती ने यूपी सरकार पर साधा निशाना

इंट्रो

यूपी की राजधानी लखनऊ के वजीरगंज थाना क्षेत्र में मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगेस्टर संजीव जीवा माहेश्वरी की गोली मारकर हत्या कर दी। वकील की ड्रेस पहनकर आए हमलावरों ने कोर्ट परिसर में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां दागीं। कोर्ट में हुई गोलीबारी की इस घटना से अफरा-तफरी मच गई। इस हमले में एक बच्ची की भी मौत हो गई, वहीं एक बच्ची समेत दो अन्य लोग घायल हो गए।

लखनऊ। गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार को लखनऊ अदालत परिसर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के तुरंत बाद अदालत परिसर पहुंचे लखनऊ के पुलिस आयुक्त एसबी शिरोडकर ने कहा, लखनऊ जेल में निरुद्ध संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था जहां अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। उन्होंने बताया कि हमलावर अधिवक्ताओं की पोशाक पहनकर आए थे। इस गोलीबारी की घटना में दो बच्चियों और एक पुलिस कांस्टेबल को भी गोली लगी है। गोली से जख्मी एक बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई, वहीं एक बच्चा, महिला और पुलिस कांस्टेबल जख्मी है, जिनका अस्पताल में चल रहा है। मृतक स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का अभियुक्त था जो कि मुख्तार अंसारी का करीबी भी बताया जा रहा है। दिनदहाड़े कोर्ट कैंपस में हुई शूटआउट की इस घटना के बाद पुलिस मामले की जांच के लिए पहुंची। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुख्यात गैंगस्टर जीवा को मुख्तार अंसारी गिरोह का सदस्य माना जाता था। वह भारतीय जनता पार्टी एक नेता की हत्या का आरोपी था। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए थे। इनमें से 17 मामलों में संजीव बरी हो चुका था, जबकि उसकी गैंग में 35 से ज्यादा सदस्य हैं। संजीव पर जेल से भी गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं। हाल ही में उसकी संपत्ति भी प्रशासन द्वारा कुर्क की गई थी। इधर, इस वारदात के बाद सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा चीफ अखिलेश यादव ने उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।

वकील की ड्रेस में आया आरोपी

हत्यारा वकील की ड्रेस में था। उसकी पहचान विजय यादव पुत्र श्यामा यादव निवासी केराकत जिला जौनपुर के रूप में हुई है। वारदात के बाद वकीलों ने दौड़कर हमलावर को दबोच लिया और जमकर पीटा। पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ जारी है। वारदात से आक्रोशित वकीलों ने प्रदर्शन कर पथराव कर दिया। जिसमें एसीपी चौक का सिर फट गया। कई वाहन भी छतिग्रस्त हो गए।

पांच मिनट में ही ‘शूटआउट’

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पूरी वारदात 3.50 बजे से 3.55 बजे के बीच हुई है। संजीव जीवा को पुलिस कस्टडी में लेकर एससी/एसटी कोर्ट पहुंची थी। तभी वहां पहले से मौजूद हमलावर ने जीवा को टारगेट करते हुए फायरिंग शुरू कर दी। इससे वहां भगदड़ मच गई। जीवा कोर्ट में जमीन पर गिर गया। पूरी वारदात पांच मिनट हो गई।

जेल से ही गैंग को चला रहा था जीवा

संजीव जीवा पर भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या का आरोप था, जिन्होंने कभी मायावती की गेस्ट हाउस कांड में जान बचाई थी। जीवा पर जेल से गैंग चलाने और आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप था। पिछले कुछ सालों से संजीव जीवा अपनी पत्नी को राजनीति में स्थापित करने की कोशिश कर रहा था। जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी ने भी 2017 का विधानसभा चुनाव सदर सीट से रालोद में शामिल होकर लड़ा था।

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पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका

फरवरी-2021 में संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। उसने पति संजीव की हत्या की आशंका जताई थी। पायल ने कहा था, संजीव माहेश्वरी लखनऊ जेल में बंद है। संजीव की हत्या के लिए लगातार षड्यंत्र किए जा रहे हैं। जेल के अंदर या न्यायालय में पेशी के दौरान हत्या हो सकती है। 30 जनवरी 2021 को एक बड़े अधिकारी ने जेल में पहुंचकर संजीव को पेशी के दौरान हत्या कराने की धमकी भी दी थी। पायल ने पत्र के जरिए मांग की थी कि उसके पति की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो।

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